मुंबई (पीटीआई)। आरबीआई ने गुरुवार को साल में तीसरी बार ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है। यह दर 9 सालों में सबसे कम है। 2014 से बीजेपी की सरकार आने के बाद मौजूदा समय में अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी रही है। आरबीआई के इस कदम से होम लोन और ऑटो लोन की ईएमआई में कमी आएगी और बाजार में डिमांड बढ़ेगी। इससे अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलने की आशा है। आरबीआई द्वारा 25 बेसिस पवाइंट की कटौती के बाद रेपो रेट 5.75 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट 5.50 प्रतिशत पर आ गई है।
तेजी से बैंक बांटेंगे लोन
अब उम्मीद है कि बैंक तेजी से होम और ऑटो लोन बांटेंगे। माॅनिटरी पाॅलिसी कमेटी के 6 सदस्यों ने एकमत होकर ब्याज दर में कटौती का फैसला लिया। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस कदम से लोन सस्ता होगा। वे चाहते हैं कि बैंक तेजी से ब्याज दरों में कटौती करें ताकि लोगों को सस्ते लोन तुरंत लाभ मिल सके। जैसा उन्होंने फरवरी और अप्रैल में रेपो रेट में कटौती के बाद किया था। आरबीआई अपने द्विमासिक क्रेडिट पाॅलिसी में तीन बार रेपो रेट में कुल 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर चुकी है।
तेजी से बैंक बांटेंगे लोन
अब उम्मीद है कि बैंक तेजी से होम और ऑटो लोन बांटेंगे। माॅनिटरी पाॅलिसी कमेटी के 6 सदस्यों ने एकमत होकर ब्याज दर में कटौती का फैसला लिया। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस कदम से लोन सस्ता होगा। वे चाहते हैं कि बैंक तेजी से ब्याज दरों में कटौती करें ताकि लोगों को सस्ते लोन तुरंत लाभ मिल सके। जैसा उन्होंने फरवरी और अप्रैल में रेपो रेट में कटौती के बाद किया था। आरबीआई अपने द्विमासिक क्रेडिट पाॅलिसी में तीन बार रेपो रेट में कुल 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर चुकी है।
अब उम्मीद है कि बैंक तेजी से होम और ऑटो लोन बांटेंगे। माॅनिटरी पाॅलिसी कमेटी के 6 सदस्यों ने एकमत होकर ब्याज दर में कटौती का फैसला लिया। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस कदम से लोन सस्ता होगा। वे चाहते हैं कि बैंक तेजी से ब्याज दरों में कटौती करें ताकि लोगों को सस्ते लोन तुरंत लाभ मिल सके। जैसा उन्होंने फरवरी और अप्रैल में रेपो रेट में कटौती के बाद किया था। आरबीआई अपने द्विमासिक क्रेडिट पाॅलिसी में तीन बार रेपो रेट में कुल 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर चुकी है।
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