मुंबई (पीटीआई)। रिजर्व बैंक ने बुधवार को क्रेडिट कार्डों को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से जोड़ने की अनुमति दे दी, जिससे अधिक से अधिक लोग यूपीआई के माध्यम का उपयोग करके भुगतान कर सकेंगे। वर्तमान में, UPI यूजर्स के डेबिट कार्ड के माध्यम से बचत या चालू खातों को जोड़कर लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है। मगर अब इसमें क्रेडिट कार्ड को भी जोड़ दिया जाएगा।
सबसे पहले रुपे क्रेडिट कार्ड होंगे लिंक
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक नीति समीक्षा के साथ-साथ नियामक कदमों की घोषणा करते हुए कहा, "क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ने की अनुमति देने का प्रस्ताव है।" उन्होंने कहा कि शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रवर्तित भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा जारी रुपे क्रेडिट कार्ड को इस सुविधा के साथ जोड़ा जाएगा। उसके बाद बाकी सभी में इसे लागू कर दिया जाएगा।
यूजर्स को मिलेगा फायदा
दास ने कहा कि नई व्यवस्था से ग्राहकों को यूपीआई प्लेटफॉर्म के माध्यम से भुगतान करने में अधिक अवसर और सुविधा मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यूपीआई भारत में पेमेंट का सबसे आसान तरीका बन गया है, जिसमें 26 करोड़ से अधिक यूनिक यूजर्स और 5 करोड़ बिजनेस प्लेटफाॅर्म इस पर मौजूद हैं। दास ने कहा कि मई में 10.40 लाख करोड़ रुपये के 594.63 करोड़ लेनदेन को यूपीआई के माध्यम से संसाधित किया गया था। दास ने कहा कि प्रीपेड भुगतान उपकरणों (पीपीआई) की इंटरऑपरेबिलिटी ने लेनदेन करने के लिए यूपीआई भुगतान प्रणाली तक पीपीआई की पहुंच की सुविधा प्रदान की है।
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