कानपुर। भारत में 5G सर्विस का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुश खबरी है। उन्हें अब इसका इंतजार ज्यादा दिन तक नहीं करना पड़ेगा। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद इसके ट्रायल की बात कही है। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से हुए ट्वीट के मुताबिक रविशंकर प्रसाद का कहना है कि हम जल्द ही 5G तकनीक के क्षेत्र ट्रायल शुरू करने जा रहे हैं। फील्ड ट्रायल के बाद सार्वजनिक उपयोग के लिए 5G को रोल आउट करने का हमारा प्रयास होगा। सरकार 100 दिनों के भीतर 5G सेवाओं का परीक्षण शुरू करेगी।
भारत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की कोशिश में
नव नियुक्त दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि भारत इस साल 5G और अन्य रेडियो तरंगों के लिए एक मेगा स्पेक्ट्रम की नीलामी भी करेगा। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब स्मार्टफोन कंपनियां वैश्विक बाजार में 5G डिवाइस लॉन्च कर रही हैं। वहीं भारत भी भविष्य की दूरसंचार नेटवर्क तकनीकों को जल्द से जल्द अपनाना चाहता है और अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करना चाहता है। वहीं चीनी दूरसंचार दिग्गज हुआवेई को 5G परीक्षणों में भाग लेने की अनुमति दिए जाने के विवादित मुद्दे पर रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि यह जटिल मुद्दा है। इसे सुरक्षा पहलुओं सहित गंभीरता से देखा जाएगा।
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कुल आधार मूल्य 4.9 लाख करोड़ रुपये अनुमानित
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 5G सेवाओं सहित लगभग 8,644 मेगाहर्ट्ज टेलीकॉम फ्रीक्वेंसी की नीलामी की सिफारिश की है। इसके लिए अनुमानित कुल आधार मूल्य 4.9 लाख करोड़ रुपये है। वहीं सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) के नए अध्यक्ष बालेश शर्मा ने सरकार से अपील की है कि 5G स्पेक्ट्रम सभी प्लेयर्स को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाए। सीओएआई ने टेलीकॉम सेक्टर को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए कम टैक्स और कर लगाने की भी कोशिश की है।
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