कुछ दिनों पहले भारतीय सेंसर बोर्ड ने बॉन्ड सीरीज़ की नई फ़िल्म 'स्पेक्टर' में डेनियल क्रेग और मोनिका बेलुची के बीच फ़िल्माए गए किसिंग सीन को छोटा कर दिया।
बीबीसी से बात करते हुए रणबीर कपूर कहते हैं, "मैंने यह फ़िल्म देखी हैं मुझे इसमें कुछ भी सेंसर करने जैसा नहीं लगा।"
रणबीर आगे कहते हैं, "सिनेमा बदल रहा है, एक कलाकार होने के नाते ऐसा लगता है कि हमारी स्वतंत्रता नियमों तले दब जाती है लेकिन उन्हीं नियमों का पालन करना भी ज़रूरी है।"
वे 'जेम्स बॉन्ड' की फ़िल्मों के बारे में कहते हैं, "इन फ़िल्मों में लड़कियों को आकर्शित करना फ़िल्म का हिस्सा होता हैं ये मनोरंजन का हिस्सा होता हैं।"
वे सेंसर बोर्ड पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं, "मैं चाहू तो सेंसर बोर्ड की कई गलतियां निकाल सकता हूं लेकिन उन्हें भी नियमों का पालन करना होता है।"
रणबीर आगे कहते हैं, "सेंसर बोर्ड हमें यह नहीं कहता की हम क्या देखें और क्या नहीं. उनका काम एक मार्गदर्शक का होता है।"
रणबीर का मानना है कि आज युवाओं पर फ़िल्मों का असर होता है, ऐसे में अगर ये संस्थान निगरानी का काम करे तो गलत नहीं होगा।
रणबीर अपने आप को सोशल मीडिया से दूर रखते हैं और इसकी वजह बताते हुए कहते हैं, "मुझे सोशल मीडिया आकर्षित नहीं करता।"
वहीं उनके पिता ऋषि कपूर सोशल मीडिया पर कई बार आलोचकों का निशाना बन चुकें हैं।
रणबीर का मानना है की अगर आप ईमानदार हैं और निष्पक्ष रहते हैं तो लोगों को वह हर बार पसंद नहीं आएगा।
रणबीर कहते हैं कि, "मेरे पिता को जो सही लगता है वो लिख देते हैं. वे किसी को खुश करने के लिए कुछ नहीं करते।"
रणबीर फ़िलहाल अपनी आने वाली फ़िल्म तमाशा के प्रमोशन में व्यस्त हैं जो 27 नवंबर को रिलीज़ होगी।
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