नई दिल्ली (एएनआई)। योग गुरु रामदेव ने दिल्ली में शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में 'पतंजलि द्वारा COVID-19 की प्रथम साक्ष्य-आधारित दवा' पर वैज्ञानिक शोध पत्र जारी किया है। लॉन्च इवेंट में बोलते हुए योग गुरु रामदेव ने कहा कि शोध पत्र पतंजलि की कोविड​​-19 दवा कोरोनिल से संबंधित सभी 'संदेह' को साफ कर देगा। जब हमने कोरोनिल को लॉन्च किया, तो लोगों ने इसकी वैधता पर सवाल उठाए और पूछा कि क्या हमने वैज्ञानिक मापदंडों का पालन किया है।


कोरोनिल के बारे में सभी संदेहों को दूर कर दिया
रामदेव ने कहा कि लोगों को लगता है कि शोध केवल विदेशों में ही हो सकता है। ऐसे में इस शोध के साथ, हमने कोरोनिल के बारे में सभी संदेहों को दूर कर दिया है। वहीं इस अवसर पर माैजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत का आयुर्वेद का ज्ञान पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में विश्व में मार्गदर्शन कर सकता है। पतंजलि ने जून 2020 में 'कोरोना किट' लॉन्‍च की थी, जिसपर अच्छा खासा विवाद हुआ था। ऐेस में आयुष मंत्रालय ने कहा था कि पतंजलि 'कोरोनिल' को केवल शरीर की 'रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने' वाली बताकर ही बेचा जा सकता है।

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