जयपुर (एएनआई / पीटीआई)। राजस्थान में जारी सियासी संकट के करीब 18 दिन हो चुके हैं। राज्य में इस राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार को राजस्थान मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की जा रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर हो रही इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए कई मंत्री और विधायक पहुंचे। सूत्रों की मानें तो आज इस बैठक में राज्य विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा मंत्रिमंडल की बैठक में विधानसभा-सत्र के कामकाज पर भी विचार विमर्श किया जाएगा।
राज्य विधानसभा सत्र बुलाना चाहती सरकार
राज्यपाल ने सोमवार को 31 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने की राजस्थान मंत्रिमंडल की सिफारिश लौटाते हुए कहा कि सत्र बुलाने के लिए 21 दिन का नोटिस दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही राज्यपाल ने राज्य सरकार से अन्य सुझावों पर कार्रवाई करने और दोबारा फाइल जमा करने को कहा। राज्यपाल अब तब कैबिनेट की सिफारिश को दो बार वापस कर चुके हैं। वहीं इससे पहले कल राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा था कि सरकार बहुमत में है और कोविड-19 सहित प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा के लिए राज्य विधानसभा सत्र बुलाना चाहती है।
राजस्थान कांग्रेस में इन दिनों उथल-पुथल
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच मतभेद खुलकर सामने आने के बाद राजस्थान कांग्रेस उथल-पुथल में है। सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में हटा दिया गया था। इसके साथ ही कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह गहलोत सरकार को गिराने के लिए हाॅर्स टे्रडिंग में शामिल है। हालांकि भाजपा ने आरोपों को खारिज किया है।
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