इस रात्रि भोज में कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं समेत अनेक केंद्रीय मंत्री मौजूद थे लेकिन पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी इसमें शामिल नहीं हुए.
इसी हफ्ते प्रधानमंत्री का पद छोड़ रहे मनमोहन सिंह के सम्मान में सोनिया गाँधी ने अपने आवास 10, जनपथ पर भोज का आयोजन किया था.
मनमोहन सिंह को इस कार्यक्रम में एक स्मृति-चिह्न भेंट किया गया और उनकी उपलब्धियों को याद किया गया, लेकिन विदाई समारोह में कोई भाषण नहीं दिया गया.
हालांकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के रात्रिभोज में शामिल ना होने को लेकर अटकलों का दौर चलता रहा. कहा जा रहा है कि राहुल विदेश यात्रा पर गए हैं और शुक्रवार को लोकसभा चुनावों की मतगणना शुरू होने से पहले वापस आ जाएंगे.
केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्यों हिस्सा नहीं लिया. केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह का कहना था, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसपर राजनीति की जा रही है.'
इससे पहले, मंगलवार को कार्यालय में अपने आख़िरी दिन प्रधानमंत्री ने सभी कर्मचारियों का शुक्रिया अदा किया था.
एक दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अरुण जेटली ने तारीफ़ की थी.
प्रधानमंत्री की तारीफ़ों के पुल बांधते हुए भाजपा नेता और राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता अरुण जेटली ने अपने ब्लॉग में कहा कि मनमोहन सिंह की निजी सत्यनिष्ठा हमेशा संदेह से परे रही है.
कुछ दिनों पूर्व प्रधानमंत्री के सलाहकार रहे संजय बारु की किताब 'द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' की वजह से मनमोहन सिंह के कार्यकाल को मीडिया की सुर्ख़ियों में ला दिया था.
81 वर्षीय मनमोहन सिंह ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा था कि लगातार तीसरी बार यूपीए की सरकार बनने पर वह प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे.
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