लखनऊ (ब्यूरो)। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों की खरीद-फरोख्त के मामले में भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए उनसे सिफारिश की थी। रिजवी इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने गुलाम नबी आजाद को भी समेटते हुए कहा कि राहुल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के फोन से उन्हें फोन कर यह सिफारिश की थी।

सीबीआई को सौपेंगे भेजेंगे

सरकार ने वक्फ संपत्तियों की अनियमितता में सीबीआई जांच की सिफारिश करते हुए जिन दो मुकदमों का जिक्र किया है, उनमें वसीम रिजवी भी आरोपी हैैं। इसी कड़ी में रिजवी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों की खरीद-फरोख्त की सीबीआई जांच का वह स्वागत करते हैं और इसमें सहयोग करने का वायदा भी। वक्फ संपत्तियों की खरीद-फरोख्त करने वालों की लिस्ट वह कल या परसों सीबीआई और केंद्र सरकार को भेजेंगे। इसी सिलसिले में उन्होंने भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या का नाम लिया और कहा कि राहुल गांधी की सिफारिश के बावजूद वह माल्या के खिलाफ कार्रवाई से नहीं हिचके, लेकिन जिला स्तर पर डीएम और एसपी ने ऐसे प्रभावशाली व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने से हाथ खड़े कर दिए।

धर्मगुरु व मंत्री को भी घेरा

उन्होंने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद पर भी वक्फ संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाया और कहा कि उनके पास इसके सुबूत भी हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मुस्लिम वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा का भी नाम लिया। कहा कि कांग्रेस में रहते मोहसिन और उनकी मां व भाइयों ने भी वक्फ संपत्तियों को बेचा। भाजपा उनके इस अतीत से वाकिफ नहीं थी, इसलिए उसने उन्हें मुस्लिम वक्फ राज्य मंत्री का ओहदा दे दिया। उन्होंने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें मोहसिन की कारगुजारियों की जानकारी दी थी और संबंधित कागताज भी दिखाए थे। इस पर मुख्यमंत्री ने उनसे कहा था कि जब भी जांच होगी, निष्पक्ष होगी।

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