श्रीनगर (आईएएनएस)। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में एक बड़ा आतंकी हमला होते बच गया। सुरक्षा बलों ने यहां इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से लदी एक कार को बरामद किया। विस्फोटक से भरी कार को सुरक्षा बलों के काफिले या रक्षा प्रतिष्ठान को निशाना बनाने के लिए रणनीतिक स्थान पर रखा गया था। विस्फोटक को कार के अंदर नीले रंग के ड्रम में रखा गया था। बम निरोधक दस्ता गुरुवार सुबह मौके पर पहुंचा। लोगों को आसपास के क्षेत्र से दूर जाने के लिए कहा गया। इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने विस्फोटक को डिफ्यूज करने के बजाए आईईडी से भरी गाड़ी को ही विस्फोट से उड़ा दिया।
A major incident of a vehicle borne #IED blast is averted by the timely input and action by #Pulwama Police, CRPF and Army. IGP Kashmir @JmuKmrPolice
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) May 28, 2020
समय पर मिली जानकारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया, "पुलवामा पुलिस, सीआरपीएफ और सेना द्वारा समय पर इनपुट और कार्रवाई से एक वाहन की आईईडी विस्फोट की घटना हुई है।" रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार देर रात, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपोरा से सुरक्षा बलों द्वारा एक कार को रोक दिया गया। पुलिस के पास एक अकेली कार के बारे में एक विशिष्ट इनपुट था, जिसे पुलवामा के शादिपुरा, (राजपुरा रोड) पर ट्रैक किया गया था। हालांकि, चालक, जिसे हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी कहा जाता है, वह प्रारंभिक गोलाबारी के बाद भागने में सफल रहा। अब तक की जांच में यह खुलासा हुआ है कि सफेद रंग की सैंट्रो कार में टू-व्हीलर की नंबर प्लेट थी, जो कि जम्मू के कठुआ के निवासी के नाम पर पंजीकृत थी।
पिछले साल रची थी ऐेसी ही साजिश
बता दें इसी साजिश के तहत पिछले साल फरवरी में आईईडी से भरी कार ने सीआरपीएफ काफिले पर हमला किया था। जिसमें 40 जवान मारे गए थे। आईईडी से भरी ये कार जैश का आतंकवादी आदिल अहमद डार चला रहा था। बाद में पिछले साल ही अप्रैल में, आतंकियों ने एक और आईईडी विस्फोट की साजिश रची थी, मगर उसमें वे नाकाम रहे थे। आतंकी साजिश के दोनों मामलों की जांच एनआईए द्वारा की जा रही है।
National News inextlive from India News Desk