पुलवामा (एएनआई) पुलवामा आतंकी हमले में जान गंवाने वाले बहादुरों को सम्मानित करने के लिए, महाराष्ट्र के एक व्यक्ति उमेश गोपीनाथ जाधव ने सीआरपीएफ के सभी शहीद 40 जवानों के घर जाकर मिट्टी इकट्ठा की ताकि उसी के उपयोग से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में उनके स्मारक का निर्माण किया जा सके। गायक ने शोक संतप्त परिवारों से मिलने के लिए देश भर में 61,000 किलोमीटर की यात्रा की है। वह आज सीआरपीएफ के लेथपोरा शिविर में अतिथि हैं। जाधव ने पुलवामा में लेथपोरा शिविर में मीडिया से बातचीत में कहा, 'मुझे मिट्टी इकट्ठा करने के लिए कोई दान या स्पॉन्सरशिप नहीं मिला है। मेरा मुख्य उद्देश्य उन जवानों को सम्मान और श्रद्धांजलि देना है जिन्होंने हमले में अपनी जान गंवाई। मैंने मिट्टी इकट्ठा करने के लिए 61,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है। यह मिट्टी उनके मातृभूमि की है।'

शहीद के परिवारों से मिला आशीर्वाद

गायक ने आगे कहा, 'मुझे गर्व है कि मैंने पुलवामा शहीदों के सभी परिवारों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद मांगा। माता-पिता ने अपने बेटे को खो दिया, पत्नियों ने अपने पति को खो दिया, बच्चों ने अपने पिता को खो दिया और दोस्तों ने अपने दोस्तों को खोया। मैंने उनके घरों और उनके श्मशान घाटों से मिट्टी इकट्ठा की।' बता दें कि 14 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकवादी ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले को विस्फोटक लदे एक वाहन से टक्कर मार दी थी, जिससे बड़ा धमाका हुआ। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों ने अपनी जान गंवा दी।

हमले के बाद भारत-पाक के बीच बढ़ा तनाव

इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। इस हमले को लेकर देश भर में विरोध हुआ, यहां तक पूरे देश ने जवानों को सम्मान के साथ अलविदा कहा। सभी नेताओं ने हमले की निंदा की और एक उचित प्रतिक्रिया की मांग की। हमले के कुछ दिनों बाद, 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में JeM आतंकी शिविरों में कई हवाई हमले किए, जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया।

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