क्या है मामला
समाचार एजेंसी एफे से मिली जानकारी के अनुसार रविवार और सोमवार को होने वाले मतदान से कुछ घंटे पहले ही प्रदर्शन के आयोजकों में से एक ऑक्युपाय सेंट्रल मूवमेंट ने इसे रद्द कर दिया और मतदान को लेकर पहले से बनी बनाई योजना पूरी तरह से चौपट हो गई. मतदान करने आए लोगों को भी मतगणना स्थल से वापस लौटना पड़ा.
मूवमेंट की ओर से दी गई सफाई
मूवमेंट की ओर से जारी एक बयान में घोषणा की गई है, "हम यह स्वीकारते हैं कि हमने मतदान से पहले लोगों से उपयुक्त बातचीत नहीं की है, जिसके लिए हम माफी चाहते हैं." इसके बावजूद बयान में मतदान की अगली तारीख का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया है. आयोजकों ने प्रदर्शन के समर्थकों से आगे के कदम पर चर्चा के लिए प्रदर्शन स्थल एडमिराल्टी, मॉन्गकॉक और अन्य नजदीकी इलाकों में पहुंचने का आह्वान किया है.
एक नजर पीछे भी
गौरतलब है कि चीन में पूर्ण सार्वभौमिक मताधिकार और लोकतंत्र की मांग को हांगकांग में युवाओं ने आंदोलन का रूप दे दिया था. इस आंदोलन के तहत अपनी मांगों को मनवाने के लिये हजारों लोग सड़कों पर उतर आये. कई बार इन प्रदर्शनकारियों की पुलिस से तीखी झड़पें भी हुईं. इतना ही नहीं नौ सालों में पहली बार इन प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए इनपर आंसू गैस तक का इस्तेमाल किया गया. इतना सब होने के बाद भी न तो इनके आंदोलन की तेजी में कोई कमी आई और न ही यहां की सरकार झुकने को तैयार हुई.
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