गुजरात के प्रधानमंत्री हैं मोदी
महाराष्ट्र की अस्मिता के मुद्दे पर उद्धव के चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मोदी से सवाल किया था कि वह गुजरात के प्रधानमंत्री हैं या देश के. राज ने यह भी कहा था कि अगर बाल ठाकरे जीवित होते तो भाजपा-शिवसेना का गठबंधन कभी नहीं टूटता. भाजपा और शिवसेना ने लोकसभा के चुनाव साथ लड़े थे और दोनों को अच्छी सफलता मिली थी, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर इतने साल पुराना गठबंधन टूट गया.
भाजपा ने अपने फायदे के लिये तोड़ा गठबंधन
शिवसेना का आरोप है कि भाजपा ने अपने फायदे के लिये गठबंधन तोड़ा है. इस बीच भाजपा के चुनाव प्रचार के लिये मोदी दो दिनों के लिये महाराष्ट्र आये थे और उन्होंने दूसरे दिन एक सभा में स्पष्ट किया था कि वह बाल ठाकरे का सम्मान करते हैं. इसलिये वह शिवसेना के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे. गौरतलब है कि मोदी के इस बयान के बाद शिवसेना और आक्रामक हो गई. सोमवार को पार्टी के मुखपत्र सामना ने लिखा कि 'जब केवल सीटों के बंटवारे वाले मुद्दे पर हमारी पीठ पर छुरा घोंपा, तब सम्मान कहां चला गया था. हिंदुत्व के सिद्धांतों पर किया गया गठबंधन तोड़ने से पहले आपने बाला साहेब के बारे में नहीं सोचा.' फिलहाल ठाकरे बंधुओं द्वारा मोदी और भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख कर लेने एक बार फिर चर्चा होने लगी है कि इस चुनाव में सत्ता के लिये दोनों भाई फिर से साथ हो सकते हैं.
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