गोरखपुर (सैयद सायम रऊफ)। राष्ट्रपति ने कहा कि शरीर को स्वस्थ व निरोगी रखने के लिए भारत में तमाम प्रकार की चिकित्सा पद्धतियां हैं। आयुष विद्यालयों से इन चिकित्सा पद्धतियों की सुव्यस्थित शिक्षा दी जाती है। दक्षिण में आज तमाम लोग आयुष चिकित्सा पद्धति को अपना रहे हैं। ऐसे ही प्रदेश में आयुष चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने का महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय बड़ा माध्यम बनेगा।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा देश की प्रथम महिला सविता कोविंद। इस मौके पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। फोटो : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट
महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्‍वविद्यालय का किया भूमि पूजन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द भटहट के पिपरी में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के भूमि पूजन व शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास से मुझे अति प्रसन्नता हो रही है। महायोगी गुरु गोरक्षनाथ ने पूरी दुनिया में योग की महिमा को स्थापित किया था। उन्होंने योग साधना से जुड़े गुरु गोरक्षनाथ के तमाम श्लोकों का जिक्र करते हुए कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नित्य योग साधना करना ही पर्याप्त है।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। इस मौके पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद जो देश की प्रथम महिला भी हैं, मौजूद थीं। फोटो : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट
वैदिक मंत्रोचार के बीच किया आयुष विश्‍वविद्यालय के लिए भूमि पूजन
प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द सुबह करीब 11 बजे भटहट के पिपरी में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। सुबह करीब साढ़े 11 बजे वैदिक मंत्रोचार के साथ उन्होंने आयुष विश्वविद्यालय के लिए भूमि पूजन किया। शिलान्यास के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली ईंट रखी।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। कार्यक्रम में शिरकत करने आए स्थानीय लोग। फोटो : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया स्वागत
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविन्द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद रविकिशन आदि मंच पर पहुंचे। मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्प देकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का स्वागत किया। आयुषमंत्री धर्मसिंह सैनी ने अपने संबोधन में विस्तार से आयुष विश्वविद्यालय के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह आयुष विश्वविद्यालय मात्र 36 माह की अवधि में पूरा हो जाएगा। उनके संबोधन के बाद राष्ट्रपति ने शिलापट का अनावरण किया।


सभी देशों ने किया आयुर्वेद का अनुसरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। आज उसी क्रम में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत सरकार ने अलग से आयुष मंत्रालय का गठन किया है। इस मंत्रालय ने लोगों को आरोग्यता प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। डेढ़ वर्ष से पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप है। दुनिया का कोई भी देश ऐसा नहीं है, जिसने भारत की परंपरागत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण न किया हो। आज दुनिया में हल्दी का पानी पीने के लिए लाइन लग रही है। जबकि अपने यहां वर्षों से हर भोज्य पदार्थ में हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। देश की आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने के क्रम में ही प्रदेश सरकार आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय का राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के कर कमलों से भूमि पूजन व शिलान्यास हो चुका है। यह विश्वविद्यालय प्रदेश के सभी आयुष विद्यालय, होम्योपैथिक कालेज के शैक्षणिक सत्र को एकरूपता प्रदान करेगा। बता दें यह विश्वविद्यालय 299।87 करोड़ की लागत से बनेगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग डीपीआर बनाकर भेज चुकी है।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए। फोटो : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट

प्रधानमंत्री ने भारत की परंपरागत चिकित्‍सा पद्धति को वैश्विक स्‍तर पर दिलाई पहचान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलायी। आज उसी क्रम में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत सरकार ने अलग से आयुष मंत्रालय का गठन किया है। इस मंत्रालय ने लोगों को आरोग्यता प्रदान करेने का लक्ष्य निर्धारित किया है। डेढ़ वर्ष में पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप है। इसमें दुनिया का कोई भी देश ऐसा नहीं है, जिन्होंने भारत की परंपरागत आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का अनुसरण न किया हो। आज दुनिया में हल्दी का पानी पीने के लिए लाइन लग रही है। जबकि अपने में वर्षों हर भोज्य पदार्थ में हल्दी का उपयोग किया जाता रहा है। देश की आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को आगे ले जाने के क्रम में ही प्रदेश सरकार के प्रदेश आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। इस आयुष विश्वविद्यालय का राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कर कमलों से भूमि पूजन व शिलान्यास हो चुका है। प्रदेश का यह विश्वविद्यालय प्रदेश के सभी आयुष विद्यालय, होम्योपैथिक कालेज के शैक्षणिक सत्र को एकरूपता प्रदान करेगा। बता दें कि यह विश्वविद्यालय 299।87 करोड़ की लागत से बनेगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग डीपीआर बनाकर भेज चुकी है।


अब दूर होंगी आयुष शिक्षा पद्धति की सभी परेशानियां
आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उनकी पत्नी सविता कोविन्‍द, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का अभिवादन किया। कहा कि राष्ट्रपति अपना आशीर्वाद देने आए हैं, यह गर्व की बात है। आयुष मंत्री ने कहा कि मुख्‍यमंत्री की रुचि शुरू से ही आयुष में रही है। कोरोना से लड़ने में इसका इस्‍तेमाल कर उन्‍होंने इसको प्रमाणिकता दी। आयुष शिक्षा पद्धति की सभी परेशानियां अब दूर होंगी और उत्‍तर प्रदेश को नई पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को नई पहचान दी। सैनी के संबोधन के बाद राष्ट्रपति ने बटन दबाकर शिलापट्ट का शिलान्यास किया।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। कार्यक्रम का शिलापट्ट। फोटो : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट
महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द पिपरी से निकलकर 12.25 बजे मानीराम सोनबरसा में महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण करने पहुंचे। यहां भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। यहां के मंच पर राष्ट्रपति, उनकी पत्नी, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति प्रो। यूपी सिंह, कुलपति मेजर जनरल अतुल बाजपेयी मौजूद रहें। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आर्गनाइज किए गए। कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति यहां अतिथि गृह में दोपहर का भोजन करेंगे और आमंत्रित 10 लोगों से मुलाकात करेंगे। वह दोपहर बाद 3.15 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट से लखनऊ रवाना हो जाएंगे।
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद। कार्यक्रम में शिरकत करने आए स्थानीय लोग। फोटो : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट

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