डुबकिया में 500 एमवी का टांसफार्मर जलने के बाद शहर में पावर सप्लाई संकट में

अब विभाग उपभोक्ताओं के भरोसे, लोग जितनी बिजली बचाएंगे उसी के अनुसार मिलेगी सप्लाई

भीषण गर्मी में चिलचिलाती धूप और आग की लपटों की तरह चलती हवाओं ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है. ऐसे में बिजली विभाग भी खुद संकट में आने के साथ उपभोक्ताओं मुश्किलें बढ़ाने की ओर अग्रसर है.

कई जिलों की सप्लाई में कटौती

भीषण गर्मी का असर अब डुबकिया स्थित 400 मेगावाट बिजली पारेषण उपकेन्द्र पर दिखने लगा है. यहां 100 एमजी मेगावाट से ज्यादा बिजली का लोड बढ़ गया है. इसकी वजह से बनारस समेत कई जिलों में बिजली का संकट सामने आने लगा है. बनारस में बिजली का संकट न गहराये, इसके लिए डुबकिया से एक अन्य जिले को होने वाली 60 मेगावाट सप्लाई रोक दी गई है. अन्य 40 मेगावाट की कमी को पूरा करने के लिए लिए अन्य जिलों की सप्लाई में कटौती की जा रही है.

अब उपभोक्ताओं का ही सहारा

अधिकारियों का कहना है कि पिछले दिनों 500 एमवीए का ट्रांसफार्मर जलने के कारण अचानक लोड को कंट्रोल करने की समस्या खड़ी हो गई है. हालांकि इसे दूर करने के लिए 315 एमवीए का ट्रांसफार्मर लगाने का काम शुरू किया गया है. हालांकि इसे लगाने में अभी 15 से 20 दिन का समय लगने की बात कही जा रही है.

तारों पर डबल अटैक

जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे-वैसे तारों में हिटिंग की समस्या बढ़ रही है. घरों में लोड बढ़ने से उपकेन्द्रों से आ रहे बिजली के तारों पर डबल अटैक हो रहा है. अधिकारियों का कहना है कि उपकेन्द्र से ट्रांसफार्मर तक आने वाले तार सूरज की ताप व सप्लाई की गर्मी के कारण हिट हो रहे हैं. इसकी वजह से फॉल्ट की समस्या बढ़ रही है. यदि लोड अधिक न बढ़े तो इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है.

815 मेगावाट ही रह गई क्षमता

पिछले सप्ताह डुबकिया उपकेन्द्र में 500 एमवीए के ट्रांसफार्मर में आग लग गई थी. इसके बाद केन्द्र की क्षमता 815 मेगावाट ही रह गई. आग की घटना के बाद बढ़ी गर्मी के कारण बिजली की डिमांड भी बढ़ गई. बनारस में बिजली की सप्लाई बाधित न हो, इसलिए आजमगढ़ के 132 केवी उपकेन्द्र की आपूर्ति में कटौती करनी पड़ी.

15 मई तक संभावना

उपकेन्द्र में 315 एमवीए का पुराना ट्रांसफार्मर पांच दिनों में फाउंडेशन पर स्थापित कर दिया जाएगा. इसे 15 मई तक चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसके बाद उपकेन्द्र की क्षमता 1130 एमवीए हो जाएगी. इससे आपूर्ति की क्राइसेस पर रोक लगाई जा सकती है.

कैसे बचाएं बिजली

- पीक आवर में जरूरत के मुताबिक ही करें उपकरण का इस्तेमाल

- एसी, कूलर के लगातार इस्तेमाल पर जितना हो सके कंट्रोल करें

- जिस कमरे में रहें सिर्फ वहीं पर कूलर या पंखा चलाएं

- जरुरत न हो तो लाइट ऑफ रखें

एक नजर

100

मेगावाट की डिमांड बढ़ी डुबकिया उपकेन्द्र पर

60

मेगावाट बिजली रोकी गई आजमगढ़ की

700

मेगावाट बिजली की खपत है डेली बनारस में

100

मेगावाट बिजली की खपत बढ़ी है यहां

525

मेगावाट बिजली की खपत है शहरी क्षेत्र में

275

मेगावाट के करीब खपत हो गई है ग्रामीण क्षेत्र में

4000

के करीब ट्रांसफार्मर लगे हैं बनारस में

उपकेन्द्र में 100 मेगावाट की खपत बढ़ गई है. यहां की आपूर्ति में कोई कमी नहीं आएगी. उपकेन्द्र में 315 एमवीए के पुराने ट्रांसफार्मर आने वाले पांच दिनों में फाउंडेशन पर स्थापित कर इन्हें 15 मई तक चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है.

रामानंद चौहान,अधिशासी अभियंता