विशाखापत्तनम (एएनआई)। गुरुवार की रात वाइजैग की एलजी केमिकल फैक्ट्री में गैस रिसाव की त्रासदी के बाद एहतियात के तौर पर आसपास के घरों को खाली करा लिया गया था। बड़ी संख्या में ये लोग अपना घर छोड़कर विशाखापत्तनम के रामकृष्ण बीच पर सड़क किनारे सोने पर मजबूर हुए। पुलिस ने गैस रिसाव की घटना स्थल से लगभग दो किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को बाहर निकाल लिया है। हालांकि, दो किलोमीटर और 10 किलोमीटर तक के दायरे पर लोगों ने भी अपने घर छोड़ दिए।
सड़क किनारे फुटपाथ पर सोते पाए गए लोग
रामकृष्ण समुद्र तट से सटे फुटपाथ पर भारी संख्या में लोगों सड़क किनारे फुटपाथ पर सोते पाए गए। इस दौरान वहां वाहनों का आना-जाना लगा था। विशाखापत्तनम के पुलिस आयुक्त आरके मीणा ने लोगों से घबराने का अनुरोध नहीं किया और कहा कि आसपास के गैस रिसाव क्षेत्र के दो किलोमीटर के दायरे को खाली करने का आदेश सिर्फ एक एहतियाती उपाय है। मीना ने कहा, "लोगों से अनुरोध है कि एहतियात के तौर पर घटनास्थल के दो किलोमीटर के दायरे में ही इलाके को खाली कर दिया जाए। दो किलोमीटर के दायरे से बाहर के लोगों को सड़क पर निकलने या बाहर निकलने की जरूरत नहीं है।" घबराने की जरूरत नहीं है।
11 लोगों की मौत हो गई
शहर के पुलिस प्रमुख ने लोगों से गैस रिसाव के बारे में फर्जी खबरों पर विश्वास न करने का आग्रह किया। गुरुवार को विशाखापत्तनम जिले के आरआर वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर के गैस प्लांट में गुरुवार को स्टायरिन गैस लीक हो गई थी, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी।
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