1- Live shootout at Gorakhpur
गोरखपुर के एक शॉपिंग मॉल में कुछ बदमाश घुस आए और दिनदहाड़े गोलीबारी करने लगे। चारों ओर दहशत का माहौल था। लोग कुछ समझ पाते कि बदमाश गोलीबारी करके फरार हो गए। पीछे रह गए सीसीटीवी कैमरे पर उनके नशिान। सबसे पहले हमारे संवाददाता ने ये फुटेज अरेंज की और सबसे पहले inextlive पर इस घटना की रिपोर्टिंग हुई... बाद में इसी फुटेज को दूसरे टीवी चैनलों ने इस्तेमाल किया...
2- बरेली के बाजार में बाइक चोरी
बाजार जाते हैं तो हम अपनी बाइक सिर्फ हैंडिल लॉक के भरोसे छोड़ कर खरीदारी को चले जाते हैं। इस वीडियो में यही दिखाया गया है कि बाइक चोर के पास टाइम बहुत कम होता है और किस तरह आसानी से हैंडिल लॉक तोड़ कर बाइक लेकर फरार हो जाता है। यह भी एक सीसीटीवी फुटेज थी जिसे हमारे यूट्यूब चैनल पर रिपोर्ट की गई। आप भी देखें और सतर्क रहें... हैंडिल लॉक के साथ व्हील लॉक जरूर लगवाएं...
3- फेसबुक का प्यार, शादी सात समुंदर पार
सोशल मीडिया ने दुनिया को एक स्क्रीन पर समेट कर रख दिया है। लोग लॉगिन होते हैं और इस छोटी सी स्क्रीन के सहारे पूरी दुनिया से रू-ब-रू हो जाते हैं। फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं, एकदूसरे की पोस्ट को लाइक करते हैं, कमेंट करते हैं और ऑनलाइन आंखें चार हुईं तो शादी भी कर लेते हैं। ऐसी ही स्टोरी हमारे संवाददाता को पता चली तो उसने आपके लिए यह स्टोरी खोज निकाली और अपने सहयोगी फोटो जर्नलिस्ट के सहयोग से शूट कर ली। जरूर देखें फेसबुक प्यार कैसे परवान चढ़कर शादी के बंधन में बंधा...
4- डीएम की रेड, दलालों में दहशत
जब आला अधिकारी अपने लाव-लश्कर के साथ फील्ड में हो तो गलत काम करने वालों में दहशत को पैदा हो ही जाती है। कानपुर के आरटीओ दफ्तर में रेड पड़ी तो दलालों में हड़कंप मच गया। हमारे फोटो जर्नलिस्ट और संवाददाता ने न सिर्फ इस मंजर को अपने कैमरे में कैद किया बल्कि इसकी रिपोर्टिंग भी की। ताकि डीएम की यह रेड रस्म अदायगी भर ना रहे और आरटीओ दफ्तर में भ्रष्टाचार की जड़ को खत्म किया जा सके। देखें यह सनसनीखेज रिपोर्ट...
5- 'जब सैंया भये कोतवाल...' ना आप गलत पकड़े हैं यहां मामला जरा अलहदा है
2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान जिले में वोटिंग पूरे शवाब पर थी। अधिकारी इलेक्शन कमीशन के तहत काम कर रहे थे तो उनकी हनक तो थी लेकिन अंदाज जरा अलग था। हो भी क्यों ना, आखिर 'जनता जनार्दन' जो थी। जी हां आप सही पकड़े चुनाव में तो बड़े से बड़ा नेता आम आदमी के सामने हाथ जोड़े खड़ा रहता है। ऊपर से चुनाव आयोग का सपोर्ट हो तो फिर कहना ही क्या? जिले के अधिकारी पूरे अमले के साथ दौरे पर थे। एक बूथ पर जब यह अमला पहूंचा तो अधिकारियों की आवाभगत में एक कांस्टेबल वोटर्स को डंडे से हांक लगाने लगा। मीडिया भी मुस्तैद थी, लेकिन एसएसपी साहब समझदार थे। उन्होंने जो किया आप खुद देख लीजिए... आखिर 'जनता जनार्दन' का मामला था...
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