इस हमले में कम से कम 48 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हो गए है.

आतंकियों ने घंटों तक हमला जारी रखा तथा पुलिस चौकी पर धावा बोल दिया. उनलोगों ने दो होटलों में आग लगा दी तथा सड़कों पर गोलियां चलाईं.

रात के 8 बजे हमला हुआ

यह हमला स्थानीय समयानुसार रात 8 बजे शुरू हुआ और उस समय शहर के लोग टीवी पर विश्व कप के मैच देख रहे थे. देश की सुरक्षा व्यवस्था इस हमले का ज्यादा विरोध नहीं कर पाई और यह हमला आज सुबह तक चलता रहा.

नैरोबी प्रशासन ने इसके लिए अलकायदा से संबद्ध सोमालिया के आतंकी संगठन अल-शबाब को जिम्मेदार ठहराया है. केन्या के शीर्ष पुलिस कमांडर डेविड किमाइयो ने कहा कि मृतकों की संख्या 48 है.

लोग विश्व कप के मैच देख रहे थे

पुलिस के एक अन्य कमांडर ने कहा कि ब्रीज व्यू होटल पर लोग विश्वकप देख रहे थे. बंदूकधारियों ने पुरुषों को खींचकर अलग किया और महिलाओं को आदेश दिया कि वे उनकी हत्या होते हुए देखें.

हमलावरों ने महिलाओं को बताया कि केन्याई सैनिक यही सब सोमालिया के भीतर सोमालियाई पुरुषों के साथ कर रहे हैं. पुलिस कमांडर ने नाम न छापने का आग्रह किया क्योंकि वह हमले की जानकारी साझा करने के लिए अधिकृत नहीं था.

केन्या में हुए आतंकी हमले में 48 लोगों की मौत

पेकेटोनी शहर में हुआ हमला

अधिकारियों को लगता है कि इस हमले में दर्जनों हमलावर शामिल थे. यह हमला पेकेटोनी शहर में हुआ, जो कि पर्यटन के केंद्र लामू से 20 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है.यह शहर सोमाली सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर है.इस क्षेत्र में पर्यटन में हिस्सा लेने वाले लोग अधिकतर स्थानीय हैं और बहुत थोड़े ही विदेशी पर्यटक इस क्षेत्र में आते हैं. पेकेटोनी राजधानी नैरोबी से लगभग 600 किलोमीटर दूर है.

विकसित देशों की आतंकनिरोधी पहल

पिछले कुछ माह में केन्या में लगातार हमले होते रहे हैं. हमलावर गोलियों और विस्फोटकों के जरिये लोगों को निशाना बना रहे हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने हाल ही में इस देश के लिए आतंकी खतरों की चेतावनी संबंधी टेक्नोलॉजी में सुधार किया है. रेत से भरे बैगों के पीछे मरीनों को नैरोबी में अमेरिकी दूतावास की छत पर तैनात किया गया है.

आतंकियों ने लामु शहर को टारगेट किया

हमले का शिकार बने शहर के पास का शहर लामू यूनेस्को का विश्व हिरासत स्थल है और यह देश का सबसे पुराना बसा हुआ शहर है. इस क्षेत्र में 2011 में विदेशी पर्यटकों के अपहरण कर लिए गए थे और केन्या ने कहा था कि इस घटना के चलते ही सोमालिया पर हमला बोलने के लिए उसे बढ़ावा मिला. उन हमलों और लगातार आतंकी धमकियों के बाद से लामू के आसपास पर्यटन में तेज गिरावट आई है.

अल शबाब की धमकी

गौरतलब है कि अल शबाब ने सोमाली में केन्याई सेना की उपस्थिति का बदला लेने के लिए आतंकी हमले करने का संकल्प जताया है.

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