नई दिल्ली (एएनआई)। Coronavirusदुनिया भर में फैले कोरोना वायरस को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने COVID-19 महामारी के बारे में वैश्विक स्थिति पर चर्चा की। इस दाैरान मोदी और सलमान ने कोरोना के खिलाफ साझा प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया, जिससे कि बड़ी संख्या में को लोगों को इस वायरस की चपेट में आने से बचाया जा सके। इसके साथ ही कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के कई हिस्सों में अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव पर भी विचार-विमर्श किया।

कोरोना वायरस को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग की गई थी

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दाैरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान हाल ही में सार्क देशों के बीच कोरोना वायरस को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग का जिक्र किया। दोनों नेताओं ने तय किया कि उनके अधिकारी इस संबंध में निकट संपर्क में रहेंगे। रविवार को सभी आठ सार्क देशों - भारत, पाकिस्तान, नेपाल, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव और भूटान के प्रतिभागियों ने कोरोना वायरस के वैश्विक प्रकोप से लड़ने के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान करने और अनुभवों को साझा करने के लिए एक वीडियो कांफ्रेंसिंग का आयोजन हुआ था।

भारत की ओर से इसमें 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने का ऐलान

इस वीडियेा कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशों से स्वैच्छिक योगदान के आधार पर एक COVID-19 आपातकालीन निधि के निर्माण का प्रस्ताव रखा, जिसमें भारत ने निधि के लिए 10 मिलियन अमरीकी डालर का शुरुआती प्रस्ताव दिया। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस पर भी सहमति व्यक्त की कि सऊदी अरब के नेतृत्व में इसी तरह की कवायद जी-20 देशों के समूह की ओर से भी की जानी चाहिए। सऊदी अरब मौजूदा समय जी-20 समूह का अध्यक्ष है।

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