नई दिल्ली (एएनआई/पीटीआई)। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सामने दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं, एक परिवारवाद और दूसरा भ्रष्टाचार। हमें दोनों के साथ लड़ना होगा। इन दोनों शैतानों के खिलाफ देशवासियों को साथ आना होगा। देश की तरक्की के लिए हमें प्रतिभाशाली लोगों को मौका देना होगा। नये भारत का आधार टैलेंट होना चाहिए। पीएम ने कहा कि जब वे परिवारवाद पर बात करते हैं तो लोगों को लगता है वे सिर्फ राजनीति पर बात कर रहे हैं। दुर्भाग्य है कि इस बीमारी ने प्रत्येक संस्थान में अपनी जड़ें जमा ली हैं।
भारत 'लोकतंत्र की जननी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौवीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि भारत 'लोकतंत्र की जननी' है। देश के हर कोने से काम करने वाला भारतीय इसे मजबूत कर रहा है। इस ऐतिहासिक मौके पर पीएम ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों की यात्रा की चुनौतियों के दौरान भारत ने अपनी क्षमता को साबित किया है।
#WATCH Live: Prime Minister Narendra Modi addresses the nation from the ramparts of the Red Fort on #IndependenceDay (Source: DD National)
https://t.co/7b8DAjlkxC— ANI (@ANI) August 15, 2022
अमृत काल में सपनों को पूरा करने के लिए सुनहरा मौका
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता के दर्शन को भी याद किया। दलित, महिला, किसान, दिव्यांग... उत्तर से दक्षिण तक देश के हर कोने में रह रहे प्रत्येक भारतीय को संबल बनाने के लिए हमलोग महात्मा गांधी के दर्शन के अनुसार ही काम कर रहे हैं। एस्पिरेशनल सोसाइटी किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण है। हमें गर्व है कि आज हमारे देश में प्रत्येक घर में ऐसे लोग हैं। प्रत्येक नागरिक नये भारत की तरक्की के लिए उत्साह से कार्य कर रहा है। इस अमृत काल ने इस एस्पिरेशनल सोसाइटी के सपने को पूरा करने का सुनहरा मौका दिया है।
चुनौतियों के आगे भारतीय रुकते नहीं, झुकते नहीं
पीएम ने कहा कि आजादी के बाद चुनौतियों का सामना करने के बावजूद भारत के नागरिकों का हौसला कमजोर नहीं पड़ा है। इस मिट्टी में यह ताकत है कि चुनौतियों से भारतीय रुकते नहीं, झुकते नहीं बल्कि आगे बढ़ते रहते हैं। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय देश की तरक्की के लिए काम करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि नागरिक अपने कर्तव्यों को पूरा करते हुए गुलामी के निशान मिटाते हुए अपनी जड़ों को सींचते रहेंगे।
भारत में महिलाओं की ताकत को महत्वपूर्ण बताया
प्रधानमंत्री ने महिला स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय गर्व के साथ भारतीय महिलाओं की ताकत को याद करता है। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, चिन्नम्मा तथा बेगम हजरत महल सहित महिला वीरों के योगदान को याद किया। अपने भाषण की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के यह ऐतिहासिक पल है। इससे पहले उन्होंने 21 तोपों की सलामी के साथ तिरंगा फहराया। इस मौके पर हेलीकाॅप्टर ने फूलों की वर्षा की। यहां आने से पहले मोदी ने राजघाट जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
लाल किले पर चेहरे से पहचान करने वाले कैमरा सिस्टम
किले के प्रवेश तथा निकलने के गेट पर चेहरे से पहचान करने वाले कैमरा सिस्टम के साथ मल्टी लेयर सिक्योरिटी कवर व्यवस्था की गई थी। मौके पर सिक्योरिटी पर्सनल ने इस मौके पर इलाके को बंदर मुक्त रखने के लिए प्रशिक्षित व्यक्तियों को तैनात किया था। 15 अगस्त के दिन सुबह तीन घंटों तक 231 रेग्युलर पतंगबाजों को पुलिस ने रोक दिया गया था ताकि आसमान साफ रहे।
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