सात यात्री खड़े-खड़े गए
पाकिस्तानी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, 20 जनवरी को एक फ्लाइट PK-743 पाकिस्तान से सऊदी अरब जा रही थी। फ्लाइट में सीट फुल होने के बावजूद भी सात अतिरिक्त यात्रियों को विमान में ले जाया गया। सीट नहीं होने पर उन्हें विमान के गलियारे में खड़ा करके पूरा सफर तय करने को मजबूर किया गया। अखबार ने लिखा है कि इन सातों यात्रियों को हाथ से लिखे गए बोर्डिंग पास जारी किए गए थे। जिसके बाद यह सभी फ्लाइट में चढ़ गए और वहां सीट की कमी पड़ गई।
कैप्टन को नहीं थी जानकारी
बताते हैं कि इस फ्लाइट में पर्याप्त ऑक्सीजन और सेफ्टी डिवाइस भी नहीं थे। 409 यात्रियों की क्षमता वाली इस फ्लाइट में कुल 416 यात्री सवार थे। फ्लाइट के कैप्टन अनवर आदिल ने इंटरव्यू में कहा कि विमान के उड़ान भरने के पहले उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। उन्हें फ्लाइट टेक-ऑफ करने के बाद यह जानकारी दी गई। मगर, उड़ान के बाद तात्कालिक लैंडिंग संभव नहीं थी क्योंकि ऐसा करने से काफी ईंधन लगता, जो एयरलाइंस के हित में नहीं था। डॉन ने इस लापरवाही को लेकर सिविल एविएशन अथॉरिटी की आलोचना करते हुए लिखा कि उसने यात्रियों की जिंदगियों को खतरे में डाला है।
मामले की जांच-पड़ताल जारी
पाकिस्तान एयरलाइंस के प्रवक्ता दान्याल गिलानी कहते हैं कि मामले की जांच-पड़ताल जारी है और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी। वैसे इस तरह पैसेंजर्स को फ्लाइट में खड़ा करके सफर करवाना खतरा बन सकता था। आपातकाल के दौरान फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग में काफी दिक्कतें आती।
छह हजार करोड़पतियों ने छोड़ दिया भारत, बस गए इस देश में जाकर
Weird News inextlive from Odd News Desk