भारतीय आर्मी में हर जवान के लिए हर कैटेगरी में अलग-अलग रैंक होती है। भारतीय आर्मी में जवानों के लिए चार कैटेगरी हैं जिसमें हर एक जवान की अलग-अलग रैंक हैं। ये कैटेगरी इस प्रकार हैं सेरेमोनियल रैंक, कमीशंड ऑफिसर, जूनियर कमीशंड ऑफिसर(JCOs) और नॉन कमीशंड ऑफिसर(NCOs)
सितारे देखकर आप भी पहचान सकेंगे आर्मी ऑफिसर के रैंक
फिल्ड मार्शल- ये सेरेमोनियल रैंक कहलाती है। फिलहाल भारत में एक भी फिल्ड मार्शल आर्मी में नहीं हैं। भूतवूर्व में ये रैंक अब तक सिर्फ late फिल्ड मार्शल Sam Hormusji Framji Jamshedji Manekshaw और late फिल्ड मार्शल Kodandera Madappa Cariappa को ही दि गई है। फिल्ड मार्शल सरर्विंग ऑफिसर होते है जिनको ये उपाधि मरते दम तक मिली रहती है। इनको कोई पेंशन नहीं मिलती है और इनकी सैलरी आर्मी स्टाफ के चीफ के बराबर होती है। आर्मी के हेडक्वाटर पर इनकी तैनाती होती है। इनकी वर्दी के कंधे और कॉलर पर बिल्ला होता है। इनके कंधो पर ये हरा रंग का बिल्ला होता है जिसपर नेशनल एमब्लम और दो तलवारे बनीं होती हैं।
फिल्ड मार्शल के कॉलर का बिल्ला- फिल्ड मार्शल की वर्दी पर ये पांच सितारो वाला लाल रंग का बिल्ला होता है। ये सितारे गोल्डन कलर के होते हैं।
जनरल- कमीशंड ऑफिसर में 9 रैंक होती हैं। इसमें जनरल, लेफ्टिनेंट, जनरल, मेजर जनरल, ब्रिगेडियर, कर्नल, कैप्टन और लेफ्टिनेंट ऑफिसर आते हैंजनरल रैंक के जवान कमीशिंड ऑफिसर कहलाते हैं। इनकी वर्दी के कंधो पर ये गहरे हरा रंग का बिल्ला होता है जिसमें नेशनल एम्बल्म एक सितारा और मयान के साथ तलवार बनी होती है।
जनरल के कॉलर का बिल्ला- वर्दी के कंधो के साथ-साथ जनरल के कॉलर पर भी एक बिल्ला बना होता है। कॉलर पर क्रिमसन पैच होता है जिसपर चार गोल्डन सितारें बने होते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल- इस कैटेगरी के ऑफिसर के नाम के आगे Lt. Gen लिखा जाता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरा रंग का बिल्ला होता है जिसपर नेशनल एम्बल्म और मयान के साथ तलवार बनी होती है।
मेजर जनरल- इस कैटेगरी के ऑफिसर के नाम के आगे Maj. Gen लगा होता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरा रंग का बिल्ला होता है जिसपर सिर्फ एक सिताा बना होता है औ मयान के साथ तलवा बनी होती है।
मेजर जनरल के कॉलर का बिल्ला- इनकी वर्दी के कॉलर पर भी लाल रंग का बिल्ला होता है जिसपर दो गोल्डन स्टार बने होते हैं।
ब्रिगेडियर- इस कैटेगरी के ऑफिसर अपने नाम के आगे Brig लगाते हैं। इनकी वर्दी के कंधो पर भी गहरे हरे रंग का बिल्ला होता है जिसपर ट्रायंगल अरेंज्मेंट में तीन सितारें बने होते हैं और नेशनल एम्बल्म भी बना होता है।
ब्रिगेडियर के कॉलर का बिल्ला- इनकी वर्दी के कॉलर पर भी बिल्ला बना होता है। ये बिल्ला लाल रंग का होता है जिसपर सिर्फ एक गोल्डन रेग का सितारा बना होता है।
कर्नल- इस कैटेगरी के ऑफिसर के नाम के आगे Col लगा होता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरे रंग का बिल्ला होता है जिसपर गोल्डन रंग के दो सितारें और नेशनल एम्बल्म बना होता है।
कर्नल के कॉलर का बिल्ला- इनकी वर्दी के कॉलर पर भी बिल्ला बना होता है। ये बिल्ला लाल रंग का होता है जिसपर गोल्डन रंग की पत्तियां बना होता हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल- इन ऑफिसर की वर्दी के कंधों पर ही बिल्ला लगा होता है। ये बिल्ला गहरे हरे रंग का होता है जिसपर एक पांच प्वॉइंटेड सितारा और नेशनल एम्बल्म बना होता है। इन ऑफिसर के नाम के आगे Lt. Col लगा ह.जर- इस कैटेगरी के ऑफिसर के नाम के आगे Maj लगा होता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे रंग का बिल्ला होता है जिसपर नेशनल एम्बल्म बना होता है।
कैप्टन- सभी कैप्टन अपने नाम के आगे Capt लगाते हैं। इनकी वर्दी पर कंधो पर गहरे हरे रंग का बिल्ला लगा होता है जिसपर तीन पांच प्वॉइंटेड सितारें बने होते हैं।
रेजीमेंटल हवलदार मेजर- नॉन कमीशंड ऑफिसर(NCOs) में रेजीमेंटल हवलदार मेजर, रेजीमेंटल क्वाटर मास्टर हवलदार, कंपनी क्वाटर मास्टर हवलदार, हवलदार, नायक, लांस नायक और सिपाही आते हैं। इस रैंक के ऑफिसर की वर्दी के भुजाओं पर गहरे रंग का बिल्ला होता है इस बिल्ले पर अशोका लायन एम्बल्म बना होता है और अशोका चक्र भी बना होता है।
नायब सूबेदार- इस कैटेगरी के ऑफिसर के नाम के आगे Nb.Sub लगा होता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरे रंग का बिल्ला बना होता है जिसपर लाल एवं गोल्डन रंग की लाइन बना होती है और सिर्फ एक गोल्डन स्टार बना होता है।
सूबेदार- इस कैटेगरी के ऑफिसर के नाम के आगे Sub लगा होता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरे रंग का बिल्ला बना होता है जिसपर लाल एवं गोल्डन रंग की लाइन बना होती है और दो गोल्डन स्टार बने होते हैं।
सुबेदार मेजर- जूनियर कमीशंड ऑफिसर(JCOs) में सुबेदार मेजर, सूबेदार और नायब सूबेदार आते हैं। सूबेदार मेजर ऑफिसर के नाम आगे Sub. Maj लगता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरे रंग का बिल्ला बना होता है जिसपर लाल एवं गोल्डन रंग की लाइन बना होती है और नेशनल एम्बल्म बना होता है।
लेफ्टिनेंट- इनके नाम के आगे Lt लगा होता है। इनकी वर्दी के कंधो पर गहरे हरे रंग का बिल्ला लगा होता है जिसपर दो पांच प्वॉइंटेड सितारें बने होते हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल के कॉलर का बिल्ला- इनकी वर्दी के कॉलर पर लाल रंग का बिल्ला होता है जिसपर तीन गोल्डन स्टार बने होते हैं।
सिपाही- इनको सिपाही के साथ-साथ गनर, राइफलमैन या सैपर भी कहते हैं। इनकी वर्दी पर कोई बिल्ला नहीं लगा होता है।
लांस नायक- इनके भुजाओं पर लगे हुए बिल्ले में सिर्फ एक सफेद रंग की पट्टी बना होती है।
नायक- इनका शॉर्ट फॉर्म NK होता है। इनके भुजाओं पर लगे हुए बिल्ले में दो सफेद रंग की पट्टियां बनी होती हैं।
रेजीमेंटल क्वाटर मास्टर हवलदार- इस रैंक के ऑफिसर की वर्दी के भुजाओं पर भी गहरे रंग का बिल्ला होता है जिसपर सिर्फ अशोका लायन एम्बल्म बना होता है।
कंपनी क्वाटर मास्टर हवलदार- इनकी वर्दी की भुजाओं पर बिल्ला बना होता है। इस बिल्ले में तीन सफेद पट्टियां बनी होती हैं और इसके साथ ही अशोका लायन एम्बल्म भी बना होता है।
हवलदार- इनकी वर्दी की भुजाओं पर लगे हुए बिल्ले में तीन सफेद पट्टियां बनी होती हैं।