संजीव कुमार :संजीव कुमार के अभिनय और उनके वास्तविक जीवन के बारे में कहा जाता है कि बॉलीवुड फिल्मों में जिस एक्टर ने सबसे ज्यादा बुजुर्ग के किरदार में अभिनय किया, उसी ने 47 साल की कम उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया. इस समय तक वह खुद को इंडस्ट्री में एक बेहतरीन कलाकार के रूप में स्थापित कर चुके थे. इन्होंने दर्शकों के लिए अगर हास्य किरदार भी निभाए हैं, तो उनको ही अपने कई किरदारों से इन्होंने आंखों में आंसू भी दिए हैं.
बेहद कम उम्र में ही ये सितारे हो गए रंगमंच की दुनिया से ओझल
जिया खान : बॉलीवुड एक्ट्रेस जिया खान ने 2013 में 25 साल की काफी कम उम्र में ही अपनी जीवन की डोर हमेशा-हमेशा के लिए काट दी. जिया ने 2007 में विवादास्पद फिल्म 'निशब्द' से अपने फिल्मी कॅरियर की शुरुआत की. ये वाकई एक बड़ी बात थी कि जिया को बॉलीवुड में कॅरियर शुरू करने का पहला मौका ही मिला बिग-बी अमिताभ बच्चन के साथ. इसके बाद इन्होंने 2008 में फिल्म 'गजनी' में आमिर खान के साथ काम किया. इन सबके बाद वह आखिरी बार रूपहले पर्दे पर नजर आईं 2010 की हिट कॉमेडी मूवी 'हाउसफुल' में. इनकी मौत को लेकर इनकी मां का कहना है कि वह साउथ में होने वाले कुछ ऑडीशंस में नाकाम होने के कारण बीते कुछ दिनों से तनाव से गुजर रही थी. सूरज पंचोली (आदित्य पंचोली का बेटा) किसी समय में जिया का ब्वॉयफ्रेंड था. जिया की आत्महत्या के बाद शक के आधार पर उसे भी कुछ दिनों के लिए गिरफ्तार किया गया था.
अमजद खान :बॉलीवुड का गब्बर. आज भी बात गब्बर की हो तो, आंखों के सामने अमजद खान और कानों में उनकी ही आवाज सुनाई देती है. इन्होंने हिंदी फिल्मों में निगेटिव रोल तो निभाए ही, साथ ही कई फिल्मों में इन्होंने ट्रैजिक किरदार भी निभाए हैं. 1992 में हृदय गति रुकने के कारण इनकी मृत्यु हो गई थी. उस समय वह सिर्फ 51 साल के थे.
गुरु दत्त : 'प्यासा', 'साहिब बीवी और गुलाम' और 'कागज के फूल' जैसी क्लासिक फिल्मों में काम करने वाले बॉलीवुड के पहले ट्रैजिडी किंग गुरुदत्त ने 1964 में आत्महत्या कर ली. इस समय इनकी उम्र महज 39 साल थी. रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार इन्होंने शराब में नींद की गोलियां मिलाकर पी लीं, जो अंततः इनके लिए घातक साबित हुआ.
रितुपर्णों घोष :जानेमाने बंगाली फिल्म मेकर रितुपर्णो घोष को अपनी कई फिल्मों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गजब की कामयाबी मिली. 'चकोर बाली', 'अंर्तमहल' जैसी फिल्में इनमें खास रहीं. कलकत्ता स्थित अपने घर में गंभीर हार्ट अटैक के कारण इनकी मौत हो गई. उस समय वह महज 49 साल के थे.
तरुनी सचदेवा :प्रोडक्ट रसना के विज्ञापन से सामने आईं तरुनी ने अमिताभ बच्चन की फिल्म 'पा' में स्कूल गर्ल की भूमिका निभाई. तरुनी 2012 में नेपाल में एक प्लेन क्रैश्ा का शिकार हो गईं. इसे विधि की विडंबना ही कहिए कि इस प्यारी सी बच्ची ने 14 जुलाई को अपने जन्मदिन पर ही दुनिया को अलविदा भी कह दिया.
गीता बाली : गीता बाली अपने समय की मशहूर अदाकाराओं में से एक थीं. इन्होंने अपने समय में शो मैन राजकपूर, देव आनंद और गुरु दत्त जैसे स्टार्स के साथ काम किया है. 1965 में 35 साल की उम्र में स्मॉल पॉक्स ने इनकी जान ले ली. दर्शक आज भी गीता बाली को उनकी फिल्मों में देखकर खूब याद करते हैं.
निर्मल पांडे :निर्मल पांडे हालांकि बहुत बड़े स्टार नहीं थे, लेकिन यादगार एक्टर्स के बीच इनका नाम भी शामिल है. फिल्म 'बैंडिट क्वीन' में इनके अभिनय को आज भी याद किया जाता है. दर्शकों ने फिल्म में इनके अभिनय की जमकर सराहना की. 2010 में 48 साल की उम्र में हार्ट अटैक के कारण इनकी मौत हो गई.
नफीसा जोसेफ : पूर्व MTV वीजे और मॉडल नफीसा जोसेफ ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि इन्होंने एक बिजनेसमैन गौतम खंडूजा से 2004 में शादी के बाद यह बदम उठाया. वह उस समय सिर्फ 24 साल की थीं. बताते चलें कि जोसेफ 1997 में मिस इंडिया यूनिवर्स विजेता रही थीं और 1997 में ही मियामी में होने वाली मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में सेमी फाइनलिस्ट रहीं थीं.
सौंदर्या :साउथ की मशहूर टीवी एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन के साथ 1999 में हिंदी फिल्म 'सूर्यवंशम' में मुख्य भूमिका निभाई. फिल्म में इनके काम को बहुत सराहना मिली. यहां से सौंदर्या की तरक्की का सफर शुरू ही हुआ था कि 2004 में बेंगलुरु के पास एक प्लेन क्रैश में इनकी मृत्यु हो गई. उस समय इनकी उम्र सिर्फ 31 साल थी.
कुनाल सिंह : एक्टर-प्रोड्यूसर कुनाल सिंह को 2008 में मुंबई स्थित ओशिवारा अपार्टमेंट के उनके फ्लैट में सीलिंग फैन से उन्हें मृत अवस्था में लटकता हुआ पाया गया. कुनाल को 2000 में रिलीज हुई फिल्म 'दिल ही दिल में' में सोनाली बेंद्रे के साथ एक्टिंग करते देखा गया था. कुनाल के पिता रिटायर्ड कर्नल राजेंद्र सिंह (बाएं) ने उनके आत्महत्या करने की बात से साफ इंकार किया. उनका कहना है कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता. उसे किसी माफिया ने मारा है.
लक्ष्मीकांत बेरडे :मराठी सिनेमा के सुपर स्टार लक्ष्मीकांत को हिंदी फिल्मों में कॉमिक रोल्स के लिए खूब पसंद किया जाता था. अपने हास्य किरदारों से ही लक्ष्मीकांत ने इंडस्ट्री और अपने दर्शकों के दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी दर्शक उन्हें भुला नहीं सके हैं. फिल्म 'मैने प्यार किया' में इनके वफादार नौकर के किरदार ने सबका दिल जीत लिया थ. 2004 में 50 साल की उम्र में किडनी खराब होने के कारण इनकी मृत्यु हो गई.
दिलीप धवन :जानेमाने टीवी शो 'नुक्कड़' में गुरू की भूमिका से सबका दिल जीतने वाले दिलीप धवन आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं. इन्होंने 'जानम', 'दीवार' और 'तेरे मेरे सपने' जैसे शो में यादगार भूमिकाएं निभाई हैं. 45 साल की उम्र में गंभीर हाई अटैक के कारण बांद्रा स्थित इनके निवास पर ही इनका निधन हो गया.
जतिन कनकिया :जबरदस्त कॉमेडियन जतिन. धारावाहिक 'श्रीमान-श्रीमती' जैसे शो को अपनी मौजूदगी और कॉमिक एक्टिंग से पहचान दिलाने वाले जतिन का चेहरा तो दर्शकों को आज भी याद होगा. जतिन ने 'खूबसूरत' और 'हम साथ-साथ हैं' जैसी फिल्मों में भी काम किया. इनमें भी जतिन की एक्टिंग को दर्शकों की काफी सराहना मिली. इतनी प्रसिद्धी पाने के बाद जतिन को काफी दर्दनाक मौत मिली. 1999 में कैंसर से हारकर इन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. उस समय ये महज 46 साल के थे.
जसपाल भट्टी :वो आदमी, जिसने लोगों को दिल से हंसना सिखाया. उनका नाम था जसपाल भट्टी. 1989 में 'फ्लॉप शो' से शो देकर जसपाल ने हंसी की एक अलग परिभाषा गढ़ दी. 57 साल की उम्र में कार क्रैश में इनकी मौत हो गई. आज भी फ्लॉप शो के नाम पर लोग जसपाल भट्टी को उसी तरह याद करते हैं, जैसे शो के नए होने पर याद करते थे.
विवेक शाक :विवेक को जसपाल भट्टी के साथ 'फ्लॉप शो' में सपोर्टिंग रोल के लिए याद किया जाता है. कुछ क्रिटिक्स तो ये भी कहते हैं कि विवेक के बिना जसपाल भट्टी का शो भी अधूरा था. विवेक ने कई धारावाहिकों में यादगार भूमिका निभाने के बाद फिल्मों में भी काम किया. फिल्म 'गदर' में सनी देओल के दोस्त के रूप में इनकी भूमिका को काफी सराहा. 2011 में 47 साल की उम्र में हार्ट अटैक के कारण इनकी मृत्यु हो गई.
रसिका जोशी :एक और मराठी एक्टर रसिका प्रियदर्शनी फिल्मों की कॉमन करेक्टर थीं. इन्होंने 'बिल्लू', 'भूल-भुल्लैय्या', 'गायब' और 'वास्तु शास्त्र' जैसी फिल्मों में यादगार भूमिका निभाई. 39 साल की छोटी सी उम्र में 2011 में ल्यूकोमेनिया के कारण इनकी मृत्यु हो गई.
शफी इनामदार :फिल्मों और टीवी धारावाहिकों में अहम भूमिकाएं निभाने वाले शफी को दर्शकों का खूब प्यार मिली. 'ये जो है जिंदगी' सरीखे टीवी शो में इनकी भूमिका काफी यादगार रही. बहुमुखी प्रतिभा वाले इस कलाकार को दर्शकों ने अगर हास्य की भूमिका में देखा है, तो कई शो में इन्हें भावुक किरदारों में भी देखा गया है.1996 में गंभीर हार्ट अटैक के कारण इनकी मौत हो गई. उस समय इनकी उम्र सिर्फ 50 साल थी.
कुलजीत रंधावा :मॉडल से एक्ट्रेस बनीं कुलजीत को आज भी धारावाहिक 'कोहिनूर' में अपने किरदार के लिए याद किया जाता है. ये भारतीय टेलीविजन की रहस्य-थ्रिलर आधारित धारावाहिक सीरीज थी. रंधावा भी 'CATS' का हिस्सा थीं. ये 'Charlie's Angels' का भारतीय रूपांतरण था. अभी रंधावा को अपने कॅरियर से काफी उम्मींदें थीं, लेकिन उन्होंने अपनी जीवन लीला को बीच में ही 2006 में अपने घर में ही फांसी पर झूलकर समाप्त कर लिया. बताते चलें कि नफीसा जोसेफ उनकी बेस्ट फ्रेंड थीं और उनकी मौत के दो साल बाद ही इन्होंन भी उन्हीं की राह अपना ली.
आबिर गोस्वामी :'कुसुम', 'प्यार का दर्द है' और फरहान अख्तर की 2004 में रिलीज हुई फिल्म 'लक्ष्य' में नजर आए 37 साल के फिल्म और टेलीविजन एक्टर आबिर ने अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई. एक उपनगरीय जिम में वर्कआउट करते समय हृदय गति रुकने के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी. उनकी इस तरह से अचानक हुई मौत से पूरे बॉलीवुड और टेलीविजन जगत का गहरा धक्का लगा था.
मीना कुमारी :गुरुदत्त की महिला समकक्ष मीना कुमारी. मीना कुमारी ने न सिर्फ बॉलीवुड में ट्रैजिक रोल निभाए, बल्कि उन्होंने अपनी असल जिंदगी भी कुछ इसी किरदार में जी. फिल्म 'पाकीजा' के रिलीज होने के महज तीन हफ्ते बाद ही 39 साल की उम्र में लीवर सिरोसिस के कारण उनकी मृत्यु हो गई.
मधुबाला :इन्होंने अपनी जिंदगी के सिर्फ 36 सावन देखे, लेकिन तब तक मधुबाला ने खुद को बॉलीवुड में एक गजब की एक्ट्रेस के तौर पर स्थापित कर दिया था. उसी का नतीजा है कि आज भी खूबसूरत और टैलेंटेड बॉलीवुड एक्ट्रेसेस का जिक्र हो, तो मधुबाला का नाम सबसे पहले लिया जाता है. 1969 में इन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
स्मिता पाटिल :हालांकि स्मिता पाटिल को आर्ट फिल्मों के कारण ज्यादा जाना जाता है. इसके बावजूद इन्होंने कॉमर्शियल फिल्मों को भी बहुत कुछ दिया. स्मिता पाटिल बॉलीवुड की कई बेहतरीन फिल्मों में नजर आईं. 'निशांत', 'भूमिका', 'मंथन' जैसी कई लेजेंड्री फिल्में इनमें प्रमुख रहीं. अच्छा खासा नाम कमाने के बाद 31 साल की कम उम्र में ही स्मिता की मृत्यु हो गई.
दिव्या भारती :कहते हैं कि दिव्या भारती जैसी सुपरस्टार दोबारा कभी हो ही नहीं सकती. साउथ की फिल्मों से अपना कॅरियर शुरू करने वाली दिव्या ने बॉलीवुड को 'दीवाना', 'शोला और शबनम', 'बलवान' जैसी कई फिल्में दीं. दिव्या का कॅरियर अभी कामयाबी के चरम पर ही था. इस समय वह महज 19 साल की थी कि एक अनचाहे हादसे ने उनकी जान ले ली. हालांकि उनके साथ हुए उस हादसे की गुत्थी अभी भी सुलझ नहीं सकी है. पूरा बॉलीवुड अपनी इस सुपरस्टार को आज भी तहे-दिल से याद करता है.
विनोद मेहरा :हिंदी सिनेमा के इस हैंडसम सितारे को आप कई फिल्मों में देख चुके होंगे. 'अनुराग', 'घर' और 'खुद्दार' जैसी फिल्मों में बॉलीवुड इन्हें आज भी याद करता है. 70 से 80 के दशक के ये बेहतरीन कलाकार थे. 1990 में दिल का दौरा पड़ने के कारण इनकी मौत हो गई.