2: गेरार्ड किंग्मा, नीदरलैंड्स - जज की टिप्पणीः "गेरार्ड किंग्मा की ये तस्वीर मोमेंट ऑफ़ फ़्रीडम (आज़ादी का क्षण) कैटेगरी में बिल्कुल सटीक बैठती है।"
वो तस्वीरें जिनमें आप डूब जाएंगे
3: टोड विंटर्स, अमरीका - इस तस्वीर को ध्यान से देखने वाला इस सोच में पड़ सकता है कि बायीं तरफ़, डिसप्ले स्टैंड से एक हैट नदारद है, क्या हैट बिक चुका है या दुकानदार ने खुद उसे पहन रखा है?
4: थॉमस कोक्टा, जर्मनी - फ़ोटोग्राफ़र: "ये ऑरोरा (अंतरिक्ष में रोशनी) का समय था और मैं जानता था कि 2011 ऑरोरा बोरिएलिस के लिए बहुत शानदार साल होने जा रहा है। इसलिए मैंने कनाडाई आर्कटिक में तीन सप्ताह बिताए और अंतरिक्ष की इस घटना को कैमरे में क़ैद करने की कोशिश की। जिन दिनों यहां मैं था, रात में तापमान -40 से -45 डिग्री तक पहुंच जाता था।"
9: निकोल कैम्ब्रे, बेल्जियम - बारिश के समय अफ़्रीकी जंगली जानवरों का ये झुंड नदी को पार करने की कोशिश कर रहा है। जानवरों का एक छोटा झुंड बड़े समूह में शामिल होने की कोशिश कर रहा है। लेकिन वो ऐसी उंचाई पर हैं जहां से उतर पाना मुश्किल है। लेकिन इनमें से एक इंतज़ार नहीं करता और कूद पड़ता है।
6: जान, श्लेगल, जर्मनी - फ़ोटोग्राफ़रः "कैरो जनजाति में बिवा एक प्रतिष्ठित योद्धा के रूप में मशहूर हैं। उन्होंने गर्व से मुझे बताया कि उन्होंने तीन शेरों, चार हाथियों, पांच तेंदुओं, पांच भैंसों और कई मगरमच्छों को मारा है। इसके अलावा उन्होंने पड़ोसी जनजातियों के साथ लड़ाई में कई लोगों को मारा है। गहरी सांस लेते हुए उन्होंने बताया कि समय बदल गया है और अब शिकार की इजाज़त नहीं है।"
7: एलेसांद्रा मेनिकोंज़ी, स्विट्ज़रलैंड - 'नेनेट्स' एक चरवाहा घुमंतू जनजाति है, जो आर्कटिक सर्किल के पार मुश्किल कुदरती हालातों में रहती है। वो बारहसिंहा की खाल से बने अस्थाई टेंटों में समूह में रहते हैं। इस तस्वीर में ईंधन की लकड़ी ले जाती हुई एक लड़की।
8: जस्टिन मोट्ट, अमरीका - जस्टिन के मुताबिक, ये तस्वीर भ्रम पैदा करती है क्योंकि पानी में हाथी के पैर नहीं दिखाई देते हैं। असल में इसे दो तस्वीरों को जोड़ कर बनाया गया है। लेकिन इस संयोजन के लिए पानी के सतह से ठीक नीचे कैमरे को लेकर पूल में तैरती लड़की की तस्वीर ली गई।
5: फ़्रैंको बैनफ़ी, स्विट्ज़रलैंड - बैनफ़ी के अनुसार, "ये तस्वीर तब मैंने खींची थी, जब एक सफ़ेद व्हेल पानी में तैरते हुए मेरे बिल्कुल क़रीब आ गई और बिना नुकसान पहुंचाए लौट गई। असल में वो आक्रामक बिल्कुल नहीं थी और बस खेलना चाहती थी। मेरे पास आकर रुकने से पहले उसने कई बार ऐसा किया।"