क्या था मामला
उल्लेखनीय है कि फुजिमोरी फिलहाल अभी 25 साल की कैद की सजा काट ही रहे हैं. बताते चलें कि पेरू के माओवादी विद्रोही समूह ‘शाइनिंग पाथ’ के खिलाफ संघर्ष करने के दौरान सरकार समर्थित समूह के हाथों नरसंहार में कुल 25 लोगों की हत्या करने के मामले में उन्हें अदालत की ओर से कार्रवाई करते हुए यह सजा सुनाई गई है.
 
10 लाख अमेरिकी डॉलर जुर्माने का दिया आदेश
खबर है कि इसके साथ ही अदालत की ओर से उन्हें दीवानी क्षति के लिए बीते दिन फुजिमोरी को 10 लाख अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने का भी आदेश दिया गया है. बताया जा रहा है कि उन्हें यह आदेश सशस्त्र बलों और नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस के कोष को अपने राजनीतिक विरोधियों को बदनाम कराने के उद्देश्य से मीडिया को देने पर दिया गया है.
 
पूर्व राष्ट्रपति ने किया दावा
अदालत के ऐसे आदेशों के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने ऐसा दावा किया है कि वह इस फैसले से बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं. इसको लेकर उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से बेगुनाह हैं. अपनी बेगुनाही बताते हुए उन्होंने कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. बताते चलें कि पेरू की अदालत ने फुजिमोरी को आठ साल कैद की सजा सुनाई है.

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