बच्चों के माता-पिता को बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र में लिंग वाली जगह को ख़ाली छोड़ने की अनुमति होगी, इस तरह से 'अनिश्चित लिंग' की एक नई श्रेणी बनेगी.
यह पहल बच्चों के माता-पिता के ऊपर बच्चों के लिंग निर्धारण पर तुरंत निर्णय लेने के दबाव को कम करने के उद्देश्य से की गई है.
यहां 2,000 बच्चों में से एक बच्चे में उभयलिंगी विशेषताएं होती हैं.
ऐसे लोगों को 'इंटरसेक्स' के नाम से जाना जाता है क्योंकि उनमें पुरुष और महिला दोनों गुणसूत्रों का मिश्रण होता है, यहां तक कि उनके जननांगों में दोनों लिगों की विशेषताएं होती हैं.
गंभीर मामले
बर्लिन में बीबीसी के संवाददाता स्टीव इवांस ने बताया, "नवजात बच्चों के अधिकारियों के समक्ष पंजीकरण के समय माता-पिता को अक्सर कठिनाई का सामना करना पड़ता है."
उन्होंने कहा कि शारीरिक विशेषताओं में बदलाव के लिए कभी-कभी ऑपरेशन भी किए जाते हैं ताकि उनको एक संभावित दिशा दी जा सके.
"मैं न तो एक पुरुष हूं और न एक महिला. मैं हमेशा डॉक्टरों की पैबंदकारी के कारण आघात और खरोंच से उपजे दागदार निशानों को ढोता रहूंगा."
-एक व्यक्ति
जर्मनी के क़ानून में कुछ मामलों पर फिर से विचार किया जा रहा है, जिसके कारण कई लोगों को दुःखद स्थिति से गुज़रना पड़ा था.
एक मामले में, एक व्यक्ति को लिंग निर्धारण की अनिश्चितता वाली स्थिति में ऑपरेशन से गुज़रना पड़ा था. उस व्यक्ति का सालों बाद कहना है, "मैं न तो एक पुरुष हूं और न एक महिला. मैं हमेशा डॉक्टरों की पैबंदकारी के कारण आघात और खरोंच से उपजे दाग़दार निशानों को ढोता रहूंगा. "
जर्मनी के गृह मंत्रालय के मुताबिक़, "जर्मनी के पासपोर्ट पर पुरुष के लिए एम और महिला के एफ़ अक्षरों के संकेत का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसमें जल्दी ही एक नई श्रेणी तीसरे लिंग के लिए भी बनेगी, जिसका प्रतीक 'एक्स' होगा."
अभी यह अस्पष्ट है कि जर्मनी में इस बदलाव का शादी और रिश्तों से संबंधित क़ानून पर क्या असर होगा?
अभी के क़ानून शादी को महिला और पुरुष के बीच संबंध के रूप में मान्यता देते हैं और नागरिक भागीदारी में समान लिंग वाले जोड़ों के लिए यही बात लागू होती है.
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