पराग्वे ने खोला दूतावास
यरूशलम (रॉयटर्स)। पराग्वे ने सोमवार को यरूशलम में अपने दूतावास का उद्घाटन किया। इसी तरह ये तीसरा ऐसा देश बन गया, जिसका दूतावास तेल अवीव से यरूशलम में शिफ्ट किया गया है। बता दें कि उद्घाटन के दौरान पराग्वायन राष्ट्रपति होरासियो कार्टस और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मौजूद रहे। गौरतलब है कि अमेरिका ने पिछले हफ्ते ही ग्वाटेमाला को देखते हुए अपना दूतावास तेल अवीव से यरूशलम में शिफ्ट किया था। इसको लेकर फिलीस्तीनियों ने इजराइल में भारी हिंसा प्रदर्शन किया था। इस हिंसा में 60 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए थे, जबकि 2,400 घायल हुए।
ग्वाटेमाला और अमेरिका ने पहले खोला था दूतावास
सबसे पहले ग्वाटेमाला ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपना दूतावास तेल अवीव से यरूशलम में शिफ्ट किया था। इसके बाद इसी को ध्यान में रखते हुए अमेरिका ने भी यही कदम उठाया। अब पराग्वे ने भी यरूशलम में अपना दूतावास खोल दिया है। खैर, आगे इजराइल में इसका क्या प्रभाव होगा, इसको लेकर अभी कुछ कहना मुश्किल है। राष्ट्रपति कार्टस ने उद्घाटन के दौरान कहा, 'यह एक ऐतिहासिक दिन है, जो पराग्वे और इज़राइल के बीच संबंधों को अधिक मजबूत करेगा।' इसके बाद नेतन्याहू ने कहा, 'यह इज़राइल के लिए बहुत बड़ा दिन है। पराग्वे के लिए भी बड़ा दिन है और साथ ही ये हमारी दोस्ती के लिए भी एक बड़ा दिन है।'
काफी दिनों से विवाद
यरूशलम को लेकर फिलिस्तीन और इजराइल में विवाद है। दोनों ही इस पर अपना अधिकार बताते रहे हैं। यहां की सीमा पर आए दिन झड़प होने की खबरें भी सामने आती रहती हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि 1948 से लेकर अब तक यरूशलम को लेकर फिलिस्तीन और इजराइल के बीच विवाद चल रहा है। साथ ही यूनाइटेड नेशन से लेकर दुनिया के ज्यादातर देश पूरे यरुशलम पर इजराइल के दावे को मान्यता नहीं देते हैं। वहीं दोनों ही देश इजराइल को अपनी राजधानी मानते हैं। इस मुद्दे पर भारत ने भी अमेरिका का साथ नहीं दिया है। गौरतलब है कि इजराइल के तेल अवीव में अमेरिका को मिलाकर कुल 86 देशों का दूतावास हैं। लेकिन यरुशलम पर चल रहे विवाद को लेकर अब तक तीन देशों को छोड़कर वहां किसी ने अपना दूतावास नहीं बनाया है।
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