अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट ने इस अवॉर्ड के दूसरे संस्करण में अलग-अलग देशों के 10 लोगों को पुरस्कार दिया है। अवॉर्ड के साथ राज कुमार को 10 हज़ार डॉलर की राशि मिली है।
राज कुमार पहले पाकिस्तानी हैं जिन्हें यह अवॉर्ड मिला है। पाकिस्तानी अख़बार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक वह अपने पाकिस्तान लौटकर शांति, सद्भावना और शिक्षा के लिए काम करना चाहते हैं।
इस्लामाबाद में शहीद ज़ुल्फिक़ार अली भुट्टो इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से बिज़नेस मैनेजमेंट में ग्रैजुएट राज कुमार ने एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बातचीत में यह बात कही है।
उन्होंने एक्सप्रेस ट्रिब्यून से कहा, ''अतिवाद और असहिष्णुता के ख़िलाफ़ शांति और शिक्षा के लिए मैं काम करता रहूंगा। मैंने सीमा पार के साहित्यकारों को बुलाकर साहित्य उत्सव के आयोजन की योजना बनाई है।''
पाकिस्तानी ट्रैफिक ऑफीसर ने काम की खातिर दांव पर लगाई जान, वीडियो देख तरीफ कर रहा सारा जहान!
उन्होंने कहा कि उनकी योजना पाकिस्तानी, अफ़ग़ानिस्तानी और हिन्दुस्तानी लेखकों को इस्लामाबाद में एक मंच पर लाने की है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के युवा अपने पड़ोसियों से शांतिपूर्ण संबंध बनाने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। राज कुमार ने 2015 में 10वें वैश्विक शांति युवा उत्सव में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था।
कराची के भीड़ भरे बाजार में घूमा बब्बर शेर, फिर क्या हुआ खुद देखें
कोच्ची में मेट्रो ही नहीं वॉटर मेट्रो भी चलती है, जानें देश की पहली वॉटर मेट्रो की खूबियां
इसकी मेज़बानी भारत ने की थी। राज कुमार पाकिस्तानी-अमरीकी एल्युमिनी नेटवर्क के महासचिव भी हैं।
राज कुमार को ट्विटर पर भी ख़ूब बधाइयां मिली हैं। पाकिस्तान की पत्रकार अंदलीब अब्बास ने राज कुमार को बधाई देते हुए लिखा है, ''वॉशिंगटन में इमर्जिंग यंग लीडर अवॉर्ड जीतने के लिए बधाई राजकुमार।''
इस अवॉर्ड के लिए माल्टा, श्रीलंका, अफ़ग़ानिस्तान, अल्जीरिया, ताजिकिस्तान, बेल्जियम, वियतनाम, पेरू और इस्राइल के युवाओं को भी चुना गया है।
Interesting News inextlive from Interesting News Desk
Interesting News inextlive from Interesting News Desk