इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान ने सोमवार को स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) से पहले सद्भावना के रूप में अपने जेल से 27 मछुआरों सहित 30 भारतीय कैदियों को रिहा कर दिया है। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फिसल ने एक बयान में कहा कि कैदियों की रिहाई "मानवतावादी मुद्दों को राजनीतिक बनाने की पाकिस्तान की सतत नीति के अनुरूप है।' उन्होंने कहा, '14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस को चिह्नित करने के लिए यह मानवीय संकेत है, हमने 27 मछुआरों सहित 30 भारतीय कैदियों को रिहा किया है, उम्मीद है भारत भी इसी तरह के कदम उठाएगा।'
470 से ज्यादा भारतीय कैदी हैं बंद
जुलाई में देश के सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी जेलों में 418 मछुआरों सहित 470 से ज्यादा भारतीय कैदी बंद है। रविवार को बताया गया कि मछुआरों को अधिकारियों ने पाकिस्तान के क्षेत्रीय जल में कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें कराची की मालीर जेल से कैंट रेलवे स्टेशन में शिफ्ट कर दिया गया है, अब उन्हें लाहौर ले जाया जाएगा। इसके बाद सभी कैदियों को वाघा बॉर्डर पर भारतीय सीमा अधिकारियों के हवाले सौंप दिया जाएगा।
अक्सर मछुआरे होते हैं गिरफ्तार
बता दें कि पाकिस्तान और भारत दोनों ही अक्सर मछुआरों को गिरफ्तार कर लेते हैं क्योंकि अरब सागर में समुद्र का कोई स्पष्ट सीमा नहीं है। इन मछुआरों के पास समुद्री इलाके में सटीक बॉर्डर को जानने के लिए तकनीक से लैस नौकाएं भी नहीं हैं। लंबी और धीमी कानूनी प्रक्रियाओं के कारण, मछुआरे आमतौर पर कई महीनों तक जेल में रहते हैं लेकिन समय-समय पर दोनों ही देश सद्भावना के रूप में उन मछुआरों को रिहा कर देते हैं।
अमेरिका में पाकिस्तान के देश भक्ति समारोह में आतिफ असलम ने गाया भारतीय गाना, हुआ बवाल
पाकिस्तान ने ऋषि कपूर की 'मुल्क' की बैन, अनुभव सिन्हा ने ऐसे की रिलीज की रिक्वेस्ट
International News inextlive from World News Desk