सेना का कहना है कि उसने उत्तरी वज़ीरिस्तान के मुख्य शहरों पर नियंत्रण कर लिया है. सेना का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान अब तक उसके 80 से ज़्यादा जवान मारे गए हैं.
पाकिस्तान तालिबान के साथ शांति वार्ता टूटने के बाद सेना ने जून में तालिबान के ख़िलाफ़ बड़ा अभियान शुरू किया था.
इस अभियान की वजह से क़रीब एक लाख लोगों को विस्थापित भी होना पड़ा है.
सेना के संचार विभाग आईएसपीआर ने बुधवार सुबह जारी एक बयान में ये आँकड़े पेश किए.
सेना का कहना है कि ख़जूरी, मीर अली, मीरान शाह, दत्ता खेल रोड और घरीयोम क़स्बे उसके नियंत्रण में हैं.
सेना ने ये 27 बम बनाने की फ़ैक्ट्रियों, एक-एक रॉकेट और गोला-बारूद फ़ैक्ट्रियों को भी नष्ट करने का दावा किया है.
सेना के बयान में कहा गया है कि उसके 82 जवान मारे गए हैं और 269 घायल हुए हैं.
हालांकि सेना के इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है क्योंकि जहाँ ऑपरेशन चल रहा है वहाँ तक स्वतंत्र मीडिया की पहुँच नहीं है.
आईएसपीआर ने विस्थापितों के लिए राहत अभियान की जानकारी देते हुए बताया है कि बन्नू, डेरा इस्माइल ख़ान, और टांक में 97 हज़ार विस्थापितों को खाने-पीने का सामान पहुँचाया जा रहा है.
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