भारत और पाकिस्तान के दरम्यान सीमा पर जारी तनाव के बीच पाकिस्तान ने कहा है कि उसकी भारत को सबसे पसंदीदा देश (एमएफएन) का दर्जा देने की तत्काल कोई योजना नहीं है. डार ने जिओ न्यूज़ चैनल से कहा, “हम एमएफएन का दर्जा देने पर विचार नहीं कर रहे हैं. हमें पहले दूसरी चीजों को सामान्य बनाने की ज़रूरत है.”

"अगर दोनों देशों के संबंधों को बिगाड़ने और इस बैठक में खलल डालने की कोई साजिश है तो ये खेदजनक है. हम पड़ोसी नहीं बदल सकते, इसलिए हमें शांति के साथ रहना चाहिए"

-मोहम्मद इसहाक़ डार

दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के लिए  भारत ने 1996 में ही पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा दे दिया था.  पाकिस्तान के इस साल जनवरी तक भारत को एमएफएन का दर्जा देना था.

बातचीत

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़  प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेहद क़रीबी माने जाने वाले डार ने कहा कि भारत में कुछ तत्व दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच सितंबर में न्यूयॉर्क में  संयुक्त राष्ट्र आम सभा के दौरान प्रस्तावित बातचीत में रोड़ा अटकाने की कोशिश कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, “अगर दोनों देशों के संबंधों को बिगाड़ने और इस बैठक में खलल डालने की कोई साजिश है तो ये खेदजनक है. हम पड़ोसी नहीं बदल सकते, इसलिए हमें शांति के साथ रहना चाहिए.”

भारत ने पाकिस्तानी सेना पर सीमारेखा पर  गोलीबारी करके पांच भारतीय सैनिकों को मारने का आरोप लगाया है.  पाकिस्तान ने इस आरोप का खंडन किया है.

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