तीन करोड़ रुपये कर दिया
पुलिस के मुताबिक करीब डेढ़ महीने पहले प्रांतीय राजधानी क्वेटा से दो दिसंबर को क्वेटा निवासी हिंदू डॉक्टर मनोज कुमार का अपहरण हो गया था. ऐसे में उन्हें छुड़ाने के लिए लगातार मशक्कत की जा रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी.शुरुआत में तो किडनैपर्स ने पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन बाद में उसे घटाकर तीन करोड़ रुपये कर दिया. उसके बाद वह रकम को कम करने को तैयार नहीं थे. हालांकि उन्हें बीते रविवार को 1.5 करोड़ की फिरौती के बाद हजारगंजी इलाके में छोड़ा गया. अब डॉक्टर अपने परिजनों के पास पहुंचकर काफी खुश हैं.
मेरी आंखों पर पट्टी बंधी हुई
वहीं किडनैपर्स से छूटकर आए मनोज कुमार ने बताया कि मुझे याद नहीं है कि मुझे जहां रखा था वह जगह कहां है, क्योंकि ज्यादातर वक्त मेरी आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी. बस इतना जरूर है कि वह जगह बहुत छोटी थी. वहां पर उन्हें बहुत पीटा जाता था. खाना पानी तक ठीक से नहीं खाया. 24 घंटे में एक बार खाना मिलता था. जिस दिन फिरौती की रकम को लेकर कोई बातचीत होती थी उस दिन तो और भी ज्यादा मारते पीटते थे. मुझे तो लगता ही नहीं था कि मैं अब इनके चंगुल से छूट भी पाऊंगा, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे छुड़ा लिया है.
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