कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के नाम से भले ही दुनिया में दहशत फैल जाती थी, लेकिन अपने अंतिम समय में वह गरीबी में जीवन-यापन कर रहा था. बताया जा रहा है कि वह गोल्ड ज्वैलरी बेचकर घर का खर्च चला रहा था.
ओसामा काफी किफायत से परिवार चला रहा था. अमेरिकन कमांडोज ने 2 मई को ऑपरेशन के बाद ओसामा के बंगले से कई दस्तावेज बरामद किए थे. इन्हीं दस्तावेजों में कई लोकल ज्वैलर्स और ज्वैलरी बेचने-खरीदने वालों की रसीदें भी हैं. ओसामा के साथ बंगले में करीब नौ महिलाएं और 18 बच्चे भी रहते थे.
माना जा रहा है कि उसके कई फैमिली मेंबर सोने के जेवर खरीदने और फिर मुनाफे में बेचने के बिजनेस में लगे थे. अमेरिका ने भी 2 मई को ऑपरेशन ओसामा के बाद जो चित्र जारी किए उसमें ओसामा को ठंड में कंबल ओढक़र टीवी देखते हुए दिखाया गया है, यानी उसके पास हीटर की सुविधा नहीं थी.
बिजली और गैस की बचत
परिवार बिजली और गैस के खर्च में भी बचत कर रहा था. इनकी खपत, पड़ोस के बंगलों की तुलना में काफी कम पाई गई है.
यहां लादेन की तीन बीवियों के अलावा, बड़ा बेटा खालिद जो विवाहित था, दोनों सहयोगी अरशद और तारिक खान, उनकी बीवियां और करीब 18 बच्चे रहते थे. यानी बंगले में करीब 25 से 28 व्यक्ति रहते थे. इसके बाद भी बंगले में बिजली खपत काफी कम थी और अप्रैल में बिजली का कुल बिल 83 डॉलर (3735 रुपए) था. बंगले का मार्च का गैस खपत का बिल 18 डॉलर (810 रुपए) था.
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