कानपुर। भारतीय क्रिकेट टीम ने वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड तोड़े और बनाए हैं। मगर एक अनचाहा रिकॉर्ड उनके नाम भी दर्ज है। आज से 18 साल पहले टीम इंडिया ने एक ऐसा वनडे मैच खेला जिसे उस टीम का हर सदस्य भूलना चाहेगा। भारत ने इस दिन अपने वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे कम स्कोर बनाया था। टीम में सचिन, गांगुली और युवराज जैसे बड़े-बड़े नाम थे। मगर पूरी भारतीय टीम 54 रन पर ऑलआउट हो गई थी। आइए जानें आखिर क्या हुआ था उस मैच में...
18 साल पहले क्या हुआ था उस मैच में
29 अक्टूबर 2000 को चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल भारत बनाम श्रीलंका के बीच खेला जा रहा था। दोनों टीमें इस खिताबी मुकाबले की प्रबल दावेदार माने जा रही थी। शारजाह में खेले गए इस मुकाबले में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। श्रीलंकाई टीम के पांच बल्लेबाज तो दहाई का अंक नहीं छू पाए। भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को लगा कि यह मैच उनकी पकड़ में है। मगर उनके सामने एक बाधा थी, वो थे सनथ जयसूर्या। ओपनिंग में आए बाएं हाथ के धुरंधर बल्लेबाज जयसूर्या 49वें ओवर तक पिच पर टिके रहे और 189 रन बनाकर पवेलियन लौटे। जयसूर्या की इस विस्फोटक पारी की बदौलत श्रीलंका निर्धारित 50 ओवर में 299 रन बनाने में कामयाब हुआ।
245 रन से भारत को मिली थी हार
भारत को यह मुकाबला जीतने के लिए 300 रन चाहिए थे। उस वक्त यह लक्ष्य काफी बड़ा माना जाता था। खैर टीम इंडिया बैटिंग करने आई। भारतीय ओपनर बल्लेबाज सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर कुछ खास नहीं कर पाए। गांगुली जहां 3 रन बनाकर पवेलियन लौटे वहीं सचिन 5 रन ही बना पाए। इसके बाद बैटिंग करने आए युवराज सिंह भी कमाल नहीं कर सके और 3 रन बनाकर चल दिए। अब भारत के लिए यह मैच जीतना लगभग असंभव सा हो गया। इसके बाद बैटिंग करने आए भारतीय बल्लेबाजों के बीच मानो जल्दी पवेलियन लौटने की होड़ लग गई। पूरी भारतीय टीम 26 ओवर खेलकर 54 रन पर ऑलआउट हो गई। वनडे इतिहास में यह भारत का अभी तक का सबसे कम स्कोर है। श्रीलंका ने यह मैच 245 रन से जीत लिया।
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