कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से 20 फरवरी का दिन कभी नहीं भूलने वाला है। इस दिन दुनिया ने वो देखा जो पिछले 140 सालों में नहीं देखा गया था। न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च मैदान पर कीवी बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्कुलम ने टेस्ट क्रिकेट की सबसे तेज सेंचुरी लगाई। ये मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, 2016 में कंगारु टीम दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने न्यूजीलैंड गई थी। सीरीज का दूसरा टेस्ट 20 फरवरी को क्राइस्टचर्च पर खेला गया। मेहमान ऑस्ट्रेलिया ने टाॅस जीतकर पहले फील्डिंग का निर्णय लिया। कीवियों की तरफ से मार्टिन गप्टिल और टाॅम लेथम ओपनिंग करने आए। मगर कंगारु गेंदबाजों ने इतनी खतरनाक गेंदबाजी की न्यूजीलैंड का टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया।
54 गेंदों पर बनाया था टेस्ट शतक
न्यूजीलैंड का स्कोर 32 रन पर 3 विकेट हो गया। इसके बाद क्रीज पर उतरे कीवी टीम के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्कुलम। दाएं हाथ के बल्लेबाज मैक्कुलम ने आते ही ताबड़तोड़ बैटिंग शुरु कर दी। मैक्कुलम ने दूसरी ही गेंद बाउंड्री पर पहुंचा दी। अभी लंच होने में 15 मिनट बाकी थे कि कंगारु गेंदबाज मिचेल मार्श के एक ओवर में मैक्कुलम ने 21 रन बटोर लिए। 39 रन पर मैक्कुलम आउट भी हुए मगर वो नो बाॅल थी। फिर क्या इस धाकड़ बल्लेबाज ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए टेस्ट क्रिकेट का सबसे तेज शतक ठोंक दिया। मैक्कुलम ने 100 रन मात्र 54 गेंदों पर बना दिए। ब्रेंडन ने तब विवियन रिचर्ड्स और मिस्बाह उल हक का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 56 गेंदों पर सौ का आंकड़ा छुआ था।
145 रन बनाकर हुए आउट
सिर्फ शतक लगाने तक ही नहीं मैक्कुलम उसके आगे भी खेलते गए। न्यूजीलैंड की पहली पारी में ब्रेंडन को छोड़ कोई दूसरा बल्लेबाज शतक नहीं लगा पाया। मैक्कुलम 145 रन बनाकर आउट हुए। इस पारी में उन्होंने सिर्फ 79 गेंदें खेली थी जिसमें 21 चौके 6 छक्के शामिल है। न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज मैक्कुलम की इस ताबड़तोड़ पारी की बदौलत कीवी टीम ने 370 का स्कोर बनाया। जवाब में कंगारुओं ने 505 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। आखिर में न्यूजीलैंड ये मैच 7 विकेट से हार गया।
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