ओखी में फंसे मछुआरे
चक्रवात ओखी ने हाल ही में तमिलनाडु और केरल के दक्षिण तटों पर जमकर कहर बरपाया है। इस दौरान यहां सैकड़ों की संख्या में फंसे हुए मछुआरों को सुरक्षित निकालने का प्रयास अभी भी जारी है। इस तूफान ने अब तक 15 से अधिक लोगों की जान भी ले ली है। यहां हाई एलर्ट भी जारी हो चुका है। राज्य के तटीय इलाकों में तूफान के पूरी तरह शांत न होने तक मछुआरों को समंदर में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
दिसंबर को लेकर डर
तूफानी हवा और तेज बारिश से भारी नुकसान हुआ है। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हजारों की संख्या में लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। स्कूल आदि बंद कर दिए गए हैं। 70 किमी की रफ्तार से हवाएं चलने से लोग काफी सहमें हैं। हालांकि इस तूफान से ज्यादा लोग अब दिसंबर को लेकर डरने लगे हैं क्योंकि बीते साल भी यहां पर वरदा ने कहर ढाया था। वरदा चक्रवात बीते साल दिसंबर में बंगाल की खाड़ी में उठा एक बड़ा तूफान है।
वरदा ने ढाया कहर
इस दौरान यह तूफान आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तट से टकराया था। 90 से लेकर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने से तमिलनाडु का जनजीवन काफी अस्त व्यस्त हो गया था। लगतार कई घंटे बारिश और तूफान की वजह से बीते साल भी तमिलनाडु में कई लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा भी बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए थे। ऐसे में अब तमिलनाडु में लोग दिसंबर में चक्रवाती तूफानों को लेकर डरने लगे हैं।
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