बताया जा रहा है कि रेडियो प्रस्तुतकर्ताओं को फोन पर इसकी जानकारी देने वाली जैसिंथा सैल्दान्हा नाम की ये नर्स भारतीय मूल की थीं. ड्यूक और डचेस ऑफ कैम्ब्रिज ने एक बयान जारी कर कहा है कि नर्स जैसिंथा सैल्दान्हा की मौत से उन्हें 'बहुत दुख हुआ है.'

किंग एडवर्ड सप्तम अस्पताल ने जैसिंथा की मौत की पुष्टि की है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है. इस बीच फर्जी फोन कॉल करने वाले ऑस्ट्रेलियाई रेडियो स्टेशन के दोनों प्रस्तुतकर्ताओं को फिलहाल हटा दिया गया है.

दो दिन पहले ऑस्ट्रेलिया के दो रेडियो प्रस्तोताओं ने महारानी और प्रिंस चार्ल्स बन कर अस्पताल में फोन किया. अस्पताल के कर्मचारियों ने समझा कि फोन शाही परिवार से आया है और गर्भवती डचेस ऑफ कैम्ब्रिज की तबीयत के बारे में रेडियो स्टेशन को सारी जानकारी दे दी गई.

तन्हा और भ्रमित

केट मिडलटन को सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और गुरुवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई. बीबीसी के शाही परिवार संवाददाता पीटर हंट का कहना है कि उन्हें पता चला कि सैल्दान्हा ही वो नर्स थीं जिन्होंने फर्जी फोन कॉल का जवाब दिया था. वो शादीशुदा थी और उनके दो बच्चे हैं.

बीबीसी को पता चलता है कि सैल्दान्हा को अस्पताल से न तो निलंबित किया गया और न ही किसी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ा. बीबीसी के निकोलस विचेच का कहना है कि संभवत वो इस पूरे घटनाक्रम को लेकर 'बेहद अकेली और भ्रमित थीं'.

बहुत अच्छी नर्स

शाही महल के प्रवक्ता का कहना है कि इस घटना के बारे में अस्पताल से कभी कोई शिकायत नहीं की गई. बयान के अनुसार, “उल्टे हम इस घटनाक्रम से जुड़ी नर्सों और कर्मचारियों के साथ पूरा समर्थन जताते हैं.”

वहीं किंग एडवार्ड सप्तम अस्पताल के मुख्य कार्यकारी जॉन लॉफ्टहाउस ने बताया कि जैसिंथा चार साल से भी ज्यादा समय से इस अस्पताल में काम कर रही थीं.

उन्होंने कहा, “वो एक बहुत बढ़िया नर्स थीं और अपने साथियों के बीच काफी लोकप्रिय थीं और उन्हें खूब सम्मान दिया जाता था.” पुलिस इसे संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मान कर जांच कर रही है.



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