पासपोर्ट पहले वेरिफिकेशन बाद में
विदेश मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, जिस व्यक्ति के पास आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड हैं वो एक शपथपत्र देकर अपना पासपोर्ट महज एक हफ्ते में प्राप्त कर सकता है। इस मामले में खास बात यह है कि आवेदक को उसका पासपोर्ट पहले मिल जाएगा और पुलिस वेरीफिकेशन बाद में होगा। इसके लिए कोई अतिरिक्त राशि भी नहीं देना होगी। यह सुविधा पहली बार आवेदन करने वाले सभी आवेदकों को मिलेगी।
ऑनाइन होगी सत्यता की जांच
पासपोर्ट केंद्र आधार नंबर की वैधता की जांच ऑनलाइन करेगा। इसके अलावा वोटर आईडी कार्ड और पैन कार्ड की जांच की भी जरूरत पड़ी तो संबंधित डेटाबेस के जरिए इसकी पुष्टि की जाएगी। यह प्रक्रिया आवेदन अप्रूव होने के पहले ही संपन्न की जाएगी। पासपोर्ट बनने के बाद पुलिस वेरिफिकेशन होगा, अगर उस रिपोर्ट में दस्तावेज के उलट कुछ पाया जाता है तो पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा।
पुलिस के लिए बना ऐप
मंत्रालय ने पुलिस वेरीफिकेशन प्रक्रिया में होने वाली देरी व रिपोर्ट जमा करने में देरी की समस्या को समाप्त करने एक ऐप बनाया है। इस ऐप को एम-पासपोर्ट नाम दिया गया है। इस ऐप के सहारे पुलिसकर्मी आवेदक का वेरीफिकेशन करने के तुरंत बाद अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप देगा। यह रिपोर्ट पासपोर्ट कार्यालय को प्राप्त होते ही पासपोर्ट जारी कर दिया जाएगा। इससे पुलिस वेरीफिकेशन निर्धारित 21 दिन के अंदर ही हो जाएगा।
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