दक्षिण कोरिया के एक शीर्ष मंत्री ने संसदीय समिति के सामने ये बात कही. फरवरी में उत्तर कोरिया ने अपना तीसरा परमाणु परीक्षण किया था जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने इस पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे.
इसी के बाद से इस इलाके में सैन्य गतिविधियां बढ़ाने से तनाव व्याप्त है जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खत्म करने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं.
एक अखबार के मुताबिक दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट दी है कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग स्थित परमाणु परीक्षण केंद्र के आसपास सैन्य वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है.
इस अखबार में दक्षिण कोरियाई सरकार के एक अधिकारी का बयान छपा है जिसमें कहा गया है कि, "हम ये पता लगा रहे हैं कि ये हलचल परमाणु परीक्षण के मद्देनज़र है या दक्षिण कोरिया और अमरीका पर और दबाव बनाने की एक चाल है."
मिसाइल परीक्षण?
इंटेलीजेंस की खबरों के मुताबिक प्यांगयांग ने दो मध्यम दूरी की मिसाइल को लॉन्च करने की पूरी तैयारी कर ली है, जिन्हें देश के संस्थापक नेता किम सुंग द्वितीय के जन्मदिन (15 अप्रैल) पर टेस्ट फायर किया जा सकता है.
अगर ऐसा होता है तो इसे उत्तर कोरिया की एक भड़काने वाली कार्रवाई के तौर पर देखा जाएगा. उत्तर कोरिया ने बुधवार तक तमाम दूतावासों के अधिकारियों को देश छोड़कर जाने का सुझाव दिया है.
जवाबी कार्रवाई
जापान ने अपनी सेनाओं को निर्देश दिया है कि उत्तरी कोरिया की कोई भी मिसाइल अगर देश की सीमाओं में देखी जाती है तो उसे तुरंत मार गिराया जाए.
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबरों के मुताबिक अमरीका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के किसी भी सैन्य हमले या कार्रवाई के मद्देनज़र जवाबी कार्रवाई की रूपरेखा तैयार कर ली है. लेकिन इस बात की भी तैयारी कर ली गई है कि इस सैन्य कार्रवाई से पड़ोस के मुल्क प्रभावित ना हों.
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