सिओल (रॉयटर्स)। परमाणु मसले पर अमेरिका के साथ हुई बातचीत में आये गतिरोध के बीच उत्तर कोरिया ने फिर उकसावे वाला काम किया है। बताया जा रहा है कि उसने एक नई पनडुब्बी का निर्माण किया है, जो सीधे यह संकेत देता है कि वह बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता को बढ़ाने में जुटा है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने मंगलवार को इस नई पनडुब्बी का निरीक्षण किया और अपने बड़े अधिकारियों को देश की नौसैनिक ताकत बढ़ाने का भी निर्देश दिया। उत्तर कोरियाई न्यूज एजेंसी 'केसीएनए' की रिपोर्ट के मुताबिक, इस नई पनडुब्बी को जल्द ही देश के पूर्वी क्षेत्र में तैनात कर दिया जाएगा।
पनडुब्बी के बारे में ली अधिकारियों से जानकारी
बता दें कि किम की कुछ तस्वीरें भी जारी की गई हैं, जिसमें वह उस शिपयार्ड का दौरा करते नजर आ रहे हैं, जहां इस पनडुब्बी को बनाया गया है। किम अपने बड़े अधिकारियों के साथ इस नई पनडुब्बी को देखने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने इसकी डिजाइन और क्षमताओं के बारे में जानकारी ली। हालांकि पनडुब्बी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। वैसे, यह पहले से पता था कि उत्तर कोरिया पूर्वी तट सिंपो में एक नई पनडुब्बी का निर्माण कर रहा है।
तेजी से कर रहा है मिसाइल का निर्माण
इसके अलावा उत्तर कोरिया पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पुकुसांग-1 का पहले ही परीक्षण कर चुका है। विश्लेषकों का कहना है कि नई पनडुब्बी के बड़े आकार को देखकर लगता है कि अब वह पनडुब्बी से दागी जाने वाली नई और ज्यादा शक्तिशाली मिसाइल का तेजी से निर्माण कर रहा है। बता दें कि अगर किम जोंग बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता बढ़ाने में सफल रहे तो अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए खतरा बढ़ सकता है क्योंकि पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों का पहले ही पता लगाना बहुत कठिन है। उत्तर कोरिया अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों से अमेरिका तक मार करने की क्षमता पहले ही हासिल कर चुका है।
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