अमरीकी गृह विभाग की प्रवक्ता मैरी हार्फ़ ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित अमरीका यात्रा की तिथियों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है."

एक सवाल के जबाव में मैरी हार्फ़ ने कहा, "जैसे कि राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेश मंत्री जॉन कैरी ने कहा है, हम प्रधानमंत्री मोदी के अमरीका में स्वागत को लेकर आशान्वित हैं. लेकिन अभी तिथियाँ निश्चित नहीं की गई हैं. मैं जानती हूँ कि इस बारे में बहुत सी ख़बरें चल रही हैं लेकिन अभी तिथियाँ तय नहीं की गई हैं."

समाचार एजेंसी पीटीआई ने दिल्ली में अधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा है कि नरेंद्र मोदी ने बराक ओबामा का सिंतबर के अंत में अमरीका की यात्रा का न्यौता स्वीकार कर लिया है और तिथियाँ तय की जा रही हैं.

शुक्रवार को दिल्ली में भारत के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा था कि अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत के नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं देने वाले सबसे पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्षों में से एक थे.

निमंत्रण

मोदी के अमरीका दौरे की तारीख़ तय नहीं

इस फ़ोन कॉल के दौरान ही ओबामा ने मोदी को अमरीका आने का निमंत्रण दिया था.

प्रवक्ता ने कहा था, "हमें अमरीका से यात्रा के लिए निश्चित तिथियाँ मिली हैं. हम अमरीका के संपर्क में है ताकि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा की तिथियाँ तय की जा सकें."

हालांकि भारतीय प्रवक्ता ने भी मोदी की यात्रा की तिथियाँ नहीं बताईं थी. उन्होंने यह ज़रूर बताया था कि मोदी सितंबर में अमरीका यात्रा कर सकते हैं. इसी समय संयुक्त राष्ट्र की आम सभा का सत्र होता है.

कहा जा रहा है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे काल में अमरीका से संबंधों में ठहराव सा आ गया था और मोदी उसे फिर से पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे.

अमरीका सालों तक मोदी को अमरीका का वीज़ा देने से मना करता रहा था. इसके पीछे साल 2002 में गुजरात में हुए दंगों को बताया गया था.

नए प्रधानमंत्री ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में ही पड़ोसी मुल्कों के राष्ट्रध्यक्षों को न्योता देकर बुला लिया था जिसे बहुत सकारात्मक क़रार दिया गया था.

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