पटना (पीटीआई)। देश में कोरोना वायरस संकट के चलते लगे लाॅकडाउन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्टूडेंट के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने सोमवार को स्पष्ट किया कि स्पेशल ट्रेन से राज्य में लौटने वाले छात्रों से कोई किराया नहीं लिया जाएगा। प्रवासी मजदूरों को भी किराया सरकार ही देगी। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों की राज्य सरकार अतिरिक्त आर्थिक मदद भी करेगी। प्रवासी मजदूर जब अपना 21 दिनों का क्वाॅरंटीन पीरियड पूरा कर अपने घर रवाना होंगे तब उन्हें आने का खर्च और अतिरिक्त रुपये देगी। एक वीडियो संदेश में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ये सब पहले से ही किया जाना तय था लेकिन कुछ लोग भ्रम की स्थिति फैला रहे हैं।
आने का खर्च 500 रुपये और 500 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी
सीएम नीतीश कुमार ने कहा विपक्ष राजनीति बयान देकर लोगों को भ्रमित कर रहा है। ऐसे में उन्होंने महसूस किया कि उन्हें दूर करना जरूरी है। वीडियो में उन्होंने कहा कि छात्रों से कोई किराया नहीं लिया जा रहा है। प्रवासी मजदूरों को रेलवे स्टेशनों से उनके संबंधित ब्लॉक मुख्यालय के क्वाॅरंटीन सेंटर ले जाया जा रहा है। क्वाॅरंटीन सेंटर से बाहर निकलने के बाद उन्हें आने का खर्च 500 रुपये और 500 रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी। इस प्रकार प्रत्येक प्रवासी मजदूर को न्यूनतम 1000 रुपया दिया जाएगा। कोटा और अन्य जगहों से राज्य लौटने वाले छात्रों को किराए के रास्ते पैसे नहीं खर्च करने होंगे। यह राज्य सरकार द्वारा सीधे रेलवे को भुगतान किया जा रहा है।
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