कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। यह मीडिया साक्षरता अभियान खासतौर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए है। इसमें पार्टिसिपेंट्स को फैक्ट चेकिंग के तरीके आसान भाषा में बताए जाएंगे, क्योंकि आजकल के दौर में फर्जी और भ्रामक सूचनाएं एक बड़े संकट के रूप में सामने आ रही हैं। इस अभियान का उद्देश्य डिजिटल मिस-इन्फॉर्मेशन के युग में वरिष्ठ नागरिकों को जरूरी प्रशिक्षण के साथ जागरूक करना है। 15 दिसंबर को होने वाले सेमिनार में विश्वास न्यूज के सर्टिफाइड और प्रशिक्षित पत्रकार लोगों को जागरूक करेंगे। सेमिनार में फेक न्यूज की पहचान के तौर-तरीकों और ऑनलाइन टूल्स के बारे में जानकारी दी जाएगी। गूगल न्यूज इनिशिएटिव (जीएनआई) की हेल्प से संचालित हो रहे इस कार्यक्रम का एकेडमिक पार्टनर माइका (मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस, अहमदाबाद) है।
सेमिनार कब और कहां
तारीख : 15 दिसंबर
समय : 12 बजे
स्थान : लक्ष्मी देवी ऑडिटोरियम, जागरण कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स, साकेत नगर, कानपुर
18 दिसम्बर को लखनऊ में सेमिनार
कानपुर के अलावा लखनऊ में भी ऐसे सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले राज्य में गोरखपुर और वाराणसी में सेमिनार के माध्यम से प्रतिभागियों से रूबरू हो चुके हैं। मथुरा के प्रतिभागियों से वेबिनार के माध्यम से जुड़े थे। इसके अलावा 18 दिसंबर को ही मेरठ, गाजियाबाद के लोगों को ऑनलाइन माध्यम से ट्रेनिंग दी जाएगी। यूपी के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी लोगों को सेमिनार और वेबिनार के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा चुका है।
क्या है इस अभियान की खासियतें
भारत में तेजी से बढ़ रही झूठी और भ्रामक सूचनाओं के मुद्दे को उठाने वाला मीडिया साक्षरता अभियान है 'सच के साथी सीनियर्स'। इसका उद्देश्य 15 राज्यों के 50 शहरों में सेमिनार और वेबिनार की सीरीज के माध्यम से सोर्सेस का विश्लेषण करने, विश्वसनीय और अविश्वसनीय जानकारी के बीच अंतर करते हुए वरिष्ठ नागरिकों को लॉजिकल डिसीजन लेने में मदद करना है।
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