21 सितंबर की इस फुटेज में हमलावर अंधाधुंध गोलियां बरसाते, कभी रुककर फोन पर बात करते और कभी दुआ करते हुए दिख रहे हैं.
शुरुआत में आम लोग हमले से बेख़बर ख़रीदारी करते हुए दिखते हैं, फिर अचानक सबको अहसास होता है कि क्या हो रहा है और वे भागने लगते हैं.
ये मॉल में हुए हमले के पहले दिन की रिकॉर्डिंग है. इसमें कोई आवाज़ नहीं है लेकिन खौफ़ उनके चेहरे पर साफ़ झलक रहा है.
सीएनएन न्यूज़ चैनल को मिली इस फुटेज में सिर्फ चार हमलावर दिखाई दे रहे हैं और साफ नहीं है कि वे आख़िरकार बच गए या मारे गए.
सीएनएन के मुताबिक उन्होंने फुटेज जारी करने से पहले उसके सबसे वीभत्स हिस्से हटा दिए.
ज़मीन पर रेंगते लोग
रिकॉर्डिंग में एक आदमी अपने बच्चे को उठाकर भागने की कोशिश करता दिखता है. तभी सिर पर कपड़ा बांधे एक बंदूकधारी हमलावर दुकान में दाख़िल होता है.
आगे बढ़ने से पहले वह छिपने की कोशिश कर रहे एक आदमी को गोली मारता है.
घायल आदमी उठने की कोशिश करता है लेकिन इतनी देर में एक और हमलावर वहां आता है और उस आदमी को जान से मार देता है.
मॉल के बड़े हॉल की रिकॉर्डिंग में गोलियों से बचने के लिए खरीदारों को ज़मीन पर रेंगकर भागने की कोशिश करते देखा जा सकता है.
सुपरमार्केट वाले हिस्से में एक मां अपने दो बच्चों के साथ एक घायल बच्चे को सामान की ट्रॉली में ले जा रही है. उसके पीछे दोनों हाथ उठाए एक युवती है, जिसे एक हमलावर बंदूक की नोक पर ले जा रहा है.
नमाज़ पढ़ते हमलावर
रिकॉर्डिंग में दिखाई दे रहे चारों बंदूकधारी बेहद निश्चिंत लग रहे हैं और उन्हें सामान रखने के एक स्टोर में बारी-बारी से नमाज़ पढ़ते हुए भी देखा जा सकता है.
कुछ दृश्यों में वे सुपरमार्केट में फोन पर बात करते हुए टहलते दिख रहे हैं, शायद मॉल के बाहर मौजूद लोगों से हिदायतें ले रहे हों.
सीएनएन के मुताबिक इस फुटेज में दिखाए सभी बंधक आखिरकार छुड़ा लिए गए थे.
वेस्टगेट मॉल में मारे गए लोगों और हमलावरों का कुल आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है और इस पर एक संसदीय जांच जारी है.
International News inextlive from World News Desk