जिनके अपनों का पता नहीं
इस भारी महाविनाशकारी भूकंप में शव मिलने का सिलसिला लगातार जारी हैं. अब तक करीब 5 हजार से अधिक लोगों के मरने की पुष्िट हो चुकी हैं. हालांकि अभी यहां के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने भी यह अंदेशा जताया है कि अभी यह मृतकों की संख्या 10 हजार तक पहुंच सकती है. ऐसे में इस तबाही के बाद यहां पर लोग अपनों के अंतिम संस्कार में जुटे हैं. इसके साथ ही अधिकांश शव तो ऐसे हैं जिनके अपनों का पता नहीं हैं. हो सकता इस हादसे में उनके सारे अपने भी मारे जा चुके हों. ऐसे में कुछ भी कहना असंभव नही हैं. जिससे यहां अब पुशपति घाट पर सरकारी व्यवस्था के तहत सबसे अधिक शव जलाए जा रहे हैं. इन दिनों यहां पर साधारण दिनों की अपेक्षा कई गुने अधिक शव जलाए जा रहे हैं.
10 रुपये किलों लकड़ी मिलती
जानकारी के मुताबिक काठमांडू स्िथत पशुपति नाथ मंदिर के पास स्िथत यह घाट पर ही शवों का अंतिम संस्कार होता है. ऐसे में आजकल यहां पर शवों की भीड़ है. सूत्रों की मानें तो साधारण दिनों में यहां पर शवो के अंतिम संस्कार के लिए 10 रुपये किलों लकड़ी मिलती है, लेकिन सरकार के आदेश के बाद से अब यहां पर इन दिनों लकडी निशुल्क मिल रही हैं. नेपाल सरकार इस तबाही से नेपाल को उबारने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही हैं. बताते चलें कि बीते शनिवार को नेपाल में 7.9 की तीव्रता से आए भूकंप ने यहां भारी तबाही ला दी है. इस हादसे के दौरान घायलों का उपचार हो रहा है व उन्हें खाने पीने का सामान निशुल्क में मिल रहा है. इसके अलावा लोग आशियाने उजड़ जाने से खुले में राते गुजार रहे हैं.Hindi News from Business News Desk
Business News inextlive from Business News Desk