लाहौर (पीटीआई)। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपनी हालत को बयां करने के लिए उर्दू के मशहूर कवि मिर्जा गालिब की शायरी का इस्तेमाल तब किया, जब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेताओं ने गुरुवार को लाहौर की कोट लखपत जेल में उनसे मुलाकात की। लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल कैद की सजा काट रहे 69 वर्षीय शरीफ को मंगलवार को दिल से जुड़ी बीमारी की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया। बाद में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और मेडिकल टेस्ट के बाद वापस जेल भेज दिया गया। इसके बाद जेल प्रशासन ने विजिटर्स के लिए उनसे मिलने का दिन गुरुवार तय किया।
शरीफ की मां और बेटी मरियम ने भी जेल में की मुलाकात
जब जेल में मिलने वालों ने शरीफ से उनकी हालत के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, 'उनके देखे से जो आजाती है मुंह पर रौनक, वो समझते हैं के बीमार का हाल अच्छा है।' पीएमएलएन नेताओं के साथ अपनी बातचीत में शरीफ ने कहा कि उन्होंने देश के आर्थिक विकास और बेहतरी के लिए कुछ उपाय निकाले हैं लेकिन मौजूदा स्थिति उन्हें दुखी करती है। पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि शरीफ की मां और बेटी मरियम नवाज ने भी जेल में उनसे मुलाकात की। बता दें कि पाकिस्तान की एक एंटी-करप्शन कोर्ट ने 24 दिसंबर को अल-अजीजिया स्टील मिल्स और एक अन्य भ्रष्टाचार मामले में तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज को दोषी करार देते हुए सात साल जेल की सजा सुनाई थी। इसके बाद 25 दिसंबर को उन्हें कोट लखपत जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।
नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने सिहाला रेस्ट हाउस में शिफ्ट होने से किया इनकार
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