कोचि / तिरुवंतपुरम (पीटीआई)। केरल में विनाशकारी बाढ़ का जलस्तर घट रहा है। ऐसे में अब नौसेना के दक्षिणी कमान ने केरल में 14 दिनों से चलाया जा रहा बचाव अभियान बंद कर दिया है। नौसेना के जवानों ने यह बचाव अभियान नौ अगस्त को शुरू किया था। इस दौरान करीब 16,005 लोगों को बचाया है। वहीं बीएसएफ ने त्रिसूर जिले में मलबा हटाने के लिए 40 जवानों की टीम तैयार की है। इस जिले में बीएसएफ की 162वीं बटालियन के सभी कर्मचारी राहत एवं बचाव अभियान में जुटे हैं।
बाढ़ में 231 लोगों ने जान गंवा दी
विनाशकारी बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में नौसेना के अलावा सेना, वायुसेना और तट रक्षक भी जी जान से जुटे रहे। आपदा प्रबंधन राज्य नियंत्रण कक्ष के अनुसार 8 अगस्त से बाढ़ से इस विनाशकारी बाढ़ में 231 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। इसके अलावा अभी 32 लोग लापता हैं। राज्य भर में 3,879 राहत शिविरों में 3.91 लाख परिवारों के करीब 14.50 लाख लोगों ने आश्रय लिया है। यहां सरकार 29 अगस्त को उन मछुआरों को सम्मानित करेगी जिन्होंने बचाव अभियान में भाग लिया है।
मदद के लिए दुनिया भर से उठे हाथ
वहीं महामारी रोगों को रोकने के लिए बाढ़ से पीड़ित केरल में 3,757 चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। शुरुआती आकलन के अनुसार अभी तक करीब 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार राज्य की हरसंभव मदद कर रही है। केरल की मदद के लिए दुनिया भर से हाथ उठ रहे हैं। केरल के मुख्यमंत्री ने बताया कि विनाशकारकेरल विधानसभा का एक विशेष सत्र 30 अगस्त को बुलाया गया है। इसमें इस सदी की सबसे बुरी बाढ़ के कारण हुई तबाही पर चर्चा की जाएगी।
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