नवरात्रि में राशि के अनुसार देवी का चयन कर साधना विधानपूर्वक की जाए तो अवश्य ही सफलता प्राप्त होगी। ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी आज बता रहे हैं कि राशि के अनुसार आपको किस देवी की पूजा करनी चाहिए ताकि आपको इच्छित फल मिल सके।
मेष: इस राशि के जातक भगवती तारा, नील-सरस्वती या माता शैलपुत्री की साधना करें।
वृषभ: इस राशि के जातक भगवती षोडशी-श्री विद्या की साधना करें या माता ब्रह्मचारिणी की।
मिथुन: इन्हें माता भुवनेश्वरी की या माता चन्द्रघंटा की उपासना करनी चाहिए।
कर्क: कर्क राशि के जातकों को माता कमला अथवा माता सिद्धिदात्री की उपासना करनी चाहिए।
सिंह: इन्हें माता पीताम्बरा या माता कालरात्रि की उपासना करनी चाहिए।
कन्या: इन्हें माता भुवनेश्वरी या माता चन्द्रघंटा की उपासना करनी चाहिए।
तुला: इन्हें श्री विद्या में माता षोडशी या माता ब्रह्मचारिणी की उपासना करनी चाहिए।
वृश्चिक: इन्हें भगवती तारा या माता शैलपुत्री की उपासना करनी चाहिए।
धनु: इन्हें माता कमला या माता सिद्धिदात्री की उपासना करनी चाहिए।
मकर: इन्हें माता काली या माता सिद्धिदात्री की उपासना करनी चाहिए।
कुंभ: इन्हें माता काली या माता सिद्धिदात्री की उपासना करनी चाहिए।
मीन: इन्हें माता कमला या माता सिद्धिदात्री की उपासना करनी चाहिए।
इसके अलावा लग्न, पंचम तथा नवम भाव में जो ग्रह बने हों या उन पर शुभाशुभ ग्रहों की दृष्टि हो, उसके अनुसार भी निर्णय होता है, जैसे-
सूर्य- विष्णु, राम, शिव, दुर्गा, गायत्री, सूर्य आदि।
चन्द्रमा- लक्ष्मी, श्री विद्या, यक्षिणी, दुर्गा आदि।
मंगल- भैरव, हनुमान, मंगला आदि उग्र देवता।
बुध- गणेश, विष्णु, सरस्वती आदि।
गुरू- विष्णु, शिव, गायत्री, पीताम्बरा, गुरू आदि।
शुक्र- लक्ष्मी, यक्षिणी, मातंगी आदि।
शनि- काली, दुर्गा, तारा, भैरव, मृत्युंजय आदि।
नवरात्रि 2018: इस बार नौका पर आ रहीं हैं मां दुर्गा, 2 गुरुवार ला रहे हैं ये खुशियां
नवरात्रि पर ऐसे दें शुभकामनाएं, तो आपके प्रियजन ही नहीं, मां दुर्गा भी हो जाएंगी प्रसन्न