कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। अपने बेबाक बोल और तीखे तेवर के जरिए पहचान बनाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू इस समय पंजाब की राजनीति का केंद्र बिंदु बने हैं। सिद्धू ने पहले सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत के सुर छेड़े और अब उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि वह सियासी पिच पर फिलहाल लड़खड़ाए नजर आ रहे। पिच की बात हुई है तो सिद्धू के क्रिकेट रिकाॅर्ड पर भी चर्चा कर लेते हैं। सिद्धू का क्रिकेट करियर करीब एक दशक लंबा था।

1983 में रखा था क्रिकेट में कदम
दाएं हाथ के बल्लेबाज रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, सिद्धू ने अपने डेब्यू टेस्ट में मात्र 19 रन बनाए। हालांकि उन्हें अपना पहला टेस्ट शतक लगाने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने तीसरे टेस्ट में सिद्धू ने पहली पारी में शानदार 116 रन की पारी खेली। ये शतक उनके करियर को आगे बढ़ाने के लिए काफी था। फिर वह करीब एक दशक तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे, इस दौरान साल 1997 में इस बल्लेबाज ने टेस्ट करियर का इकलौता दोहरा शतक जड़ा। ये डबल सेंचुरी वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हीं के घर पर लगाई गई थी।

ऐसा रहा है करियर
नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने टेस्ट करियर में कुल 51 मैच खेले जिसमें उन्होंने 42.13 की औसत से 3202 रन बनाए। इसमें 9 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। उनका हाईएस्ट टेस्ट स्कोर 201 रन है। वहीं वनडे की बात करें तो यह बल्लेबाज 136 मैचों में भारत की तरफ से खेला। जिसमें उन्होंने 37.08 की एवरेज से 4413 रन बनाए। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू के बल्ले से 6 शतक और 33 अर्धशतक आए। वहीं वनडे में इस बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर 134 रन है।

कितनी बार हुए 'जीरो' पर आउट
सिद्धू के करियर के अच्छे लम्हों की तो बात कर ली, अब उनको 'जीरो' रन का खाता भी देख लें। सियासी पिच पर उथल-पुथल का शिकार नवजोत सिंह सिद्धू अपने पूरे क्रिकेट करियर में कुल 16 बार शून्य पर आउट हुए। जिसमें से टेस्ट क्रिकेट में वह 9 बार बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। वहीं वनडे में ये बल्लेबाज 7 बार बिना कोई रन बनाए, वापस लौटे। खैर यह एक आंकड़ा है और क्रिकेट में बड़े से बड़ा दिग्गज भी जीरो पर आउट हुआ है।

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