कांग्रेस नेता और जाने माने वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इस मामले में सभी अभियुक्त 19 दिसंबर, शनिवार दोपहर तीन बजे तक अदालत में पेश होंगे।

इस मामले में सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को ट्रायल कोर्ट में पेश होने को कहा था।

सिंघवी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताया। केंद्रीय मंत्री वैकेया नायडू ने इस बारे में सरकार की किसी भी भूमिका से इनकार किया है।

इस मामले की गूंज संसद में भी सुनाई दी। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करने लगी।

कांग्रेस सदस्य 'बदले की राजनीति बंद करो-बंद करो' और 'बदले की राजनीति नहीं चलेगी-नहीं चेलगी' के नारे लगा रहे थे। हंगामा न थमता देख राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इस मामले पर लोकसभा में भी हंगामा हुआ। इसके बाद सदन की कार्यवाही 11:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

सोनिया-राहुल को 19 तक राहत मिली

इस मामले में याचिका दायर करने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का आरोप है कि अख़बार नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल की संपत्ति लेने के लिए कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ रुपए बतौर ऋण दिए थे जो ग़ैरक़ानूनी है।

उनका कहना है कि नेशनल हेरल्ड अख़बार के बंद होने के बाद कंपनी की संपत्ति पर ग़ैर क़ानूनी तरीके से क़ब्ज़ा कर लिया गया और यंग इंडिया नाम की एक कंपनी बनाई गई।

इस मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, मोतीलाल वोरा और सुमन दुबे सहित 6 लोगों को उन्होंने अपनी याचिका में अभियुक्त बनाया है।

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