2 October, 1869

गुजरात के पोरबंदर में गांधीजी का जन्म (सुदामापुरी, काठियावाड़)

1876

राजकोट में शुरू हुई पढ़ाई

1883

पोरबंदर में कस्तूरबा गांधी से विवाह

4th September, 1888

कानून की पढ़ाई के लिए लंदन गए

12 January, 1891

कानून का एग्जाम पास किया

10-11 June, 1891

हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए ब्रिटिश बार में पंजीकरण कराया

12 June, 1891

स्वदेश के लिए रवाना हुए

6 July, 1891

भारत वापस आकर रायचंद भाई से मिले, जिन्हें बाद में उन्होंने अपना गुरु माना

16 November, 1891

बांबे हाईकोर्ट में पंजीकरण के लिए आवेदन किया

24 May, 1892

हाईकोर्ट में प्रैक्टिस के लिए बांबे पहुंचे

April, 1893

पोरबंदर फर्म की ओर से केस लड़ने के लिए साउथ अफ्रीका रवाना

June, 1893

फर्स्ट क्लास का टिकट लेने के बावजूद गांधीजी को ट्रेन से बाहर फेंका, जहां स्टेशन पर उन्हें ठंड में ठिठुरते हुए रात काटनी पड़ी

22 May, 1894

भारतीयों के साथ रंगभेद के खिलाफ आंदोलन का फैसला लिया

22 August, 1894

रंगभेद के खिलाफ लड़ाई के लिए नेशनल इंडियन कांग्रेस की स्थापना की

3 September, 1894

नताल लॉ सोसायटी के विरोध के बावजूद नताल सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ने की अनुमति

17 October, 1899

बोअर युद्ध में गांधीजी ने एंबुलेंस कॉर्प ज्वाइन किया

18 October, 1899

स्वदेश लौटने से पहले उन्होंने साउथ अफ्रीका में रह रहे भारतीयों को दिलासा दिया कि जब भी जरूरत पड़ेगी वे उनके लिए आएंगे.

27 December, 1901

कलकत्ता कांग्रेस सेशन में साउथ अफ्रीका पर एक प्रस्ताव पेश किया

20 November, 1902

साउथ अफ्रीका में रह रहे भारतीयों के बुलाने पर वे वापस वहां गए

1903

ट्रांसवाल ब्रिटिश इंडिया एसोसिएशन की स्थापना की

1 October, 1904

इंडियन ओपिनियन की जिम्मेदारी लेकर उसकी अगुआई की

Nov.-Dec., 1904

फोनिक्स की स्थापना

September, 1906

साउथ अफ्रीका में पैसिव रजिस्टेंस मूवमेंट शुरू किया

13-22November, 1909

साउथ अफ्रीका से लंदन लौटते वक्त गुजराती में हिंद स्वराज लिखा

9 January, 1915

स्वदेश लौटे

25 May, 1915

अहमदाबाद के कोछराब में सत्याग्रह आश्रम स्थापित की

April, 1917

चंपारण सत्यागह

1918

अहमदाबाद के मिल और खेतिहर मजदूरों के साथ सत्याग्रह

 13 April, 1919

अमृतसर में जलियावाला बाग के बाद लोगों से शांति की अपील

8 October, 1919

गांधीजी के संपादकीय में यंग इंडिया का पहला संस्करण निकला

1920-21

खिलाफत और असहयोग आंदोलन

5 February, 1922

चौरी-चौरा की घटना के बाद असहयोग आंदोलन वापस

10 March, 1922

गांधीजी गिरफ्तार. 21 मार्च को येरवदा जेल भेजा किया और मार्च 1924 तक जेल में ही रहे.

17 September, 1924

हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए 21 दिन का उपवास शुरू किया.

December, 1924

बेलगाम कांग्रेस अध्यक्षता की

December, 1928

कलकत्ता कांग्रेस में भाग लिया, जहां 31 दिसंबर, 1928 को भारतीय संविधान का पहला ड्राफ्ट स्वीकार किया गया.

December, 1929

लाहौर कांग्रेस में गांधीजी के पूर्ण स्वराज को स्वीकृति मिली और अंग्रेजी सरकार में प्रतिनिधित्व का बहिष्कार.

26 January, 1930

देश में स्वतंत्रता दिवस की प्रतिज्ञा

19 February, 1930

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्वीकृति दी

12 March, 1930

नमक कानून तोड़ने के लिए सुबह 6.30 बजे आश्रम के 78 लोगों के साथ दांडी मार्च शुरू किया.

4 May, 1930

गांधीजी गिरफ्तार और येरवदा जेल भेजे गए

26 January, 1931

जेल से रिहा

5 March, 1931

गांधी-इरविन पैक्ट की घोषणा

29 March, 1931

गोल मेज सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गांधीजी लंदन रवाना

5 December, 1931

असहयोग आंदोलन फिर शुरू करने का निर्णय

4 January, 1932

हरिजनों के हितों के लिए अनशन शुरू

8 May, 1933

हरिजनों की स्थिति सुधारने के लिए 21 दिन का उपवास, शाम 6 बजे जेल से रिहा

31 July, 1933

व्यक्तिगत तौर पर सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू

1 August, 1933

गांधीजी गिरफ्तार और 23 अगस्त, 1933 तक जेल में

17 September, 1934

गांधीजी ने कहा, ‘मैं कांग्रेस से इस्तीफा देने जा रहा हू.’

28 October, 1934

गांधीजी ने कांग्रेस से रिटायर होने की घोषणा की.

1936

वर्धा में सेवाग्राम की स्थापना

1937

वर्धा शिक्षा योजना

May & Oct-Nov, 1938

उत्तर पश्चिम सीमा का दौरा

3 March, 1939

राजकोट में आमरण अनशन शुरू, 7 मार्च, 1939 को अनशन खत्म किया

15 October, 1940

द्वितीय विश्व युद्ध को लेकर विनोबा के साथ सत्याग्रह शुरू

15 January, 1942

गांधीजी ने कहा, ‘जवाहरलाल मेरे राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगे.’

5 March, 1942

क्रिप्स पहुंचे

30 March, 1942

पहली बार गांधीजी के समक्ष अंग्रेजों भारत छोड़ो का विचार

8 March, 1942

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के बांबे अधिवेशन को संबोधित किया और अंग्रेजो भारत छोड़ो प्रस्ताव पास

9 August, 1942

गांधीजी गिरफ्तार, आगा खां पैलेस जेल भेजे गए

15 August, 1942

महादेव देसाई की चिता को अग्नि दी. महादेव उनके सचिव थे जिनकी जेल में मौत हो गई थी.

10 February, 1943

आगा पैलेस खान जेल में उपवास शुरू

3 March, 1943

जेल में उपवास खत्म

22 February, 1944

शाम 7.35 बजे कस्तूरबा गांधी की मौत. उनका शव गांधीजी द्वारा चरखा पर काते और बुनी गई साड़ी में लपेटा गया.

6 May, 1944

जेल से रिहा

March, 1945

कैबिनेट मिशन

Jan-July, 1945

शिमला कांफ्रेंस

1946

कैबिनेट प्लान स्वीकृत

10 October, 1946

पूर्वी बंगाल के नाओखाली और अन्य जिलों में दंगे शुरू

6 November, 1946

कलकत्ता छोड़कर गांधीजी स्पेशल ट्रेन से नाओखाली के लिए रवाना

Jan-Dec., 1947

बंगाल, बिहार और दिल्ली के इलाकों में संकट

15 August, 1947

देश के दो टुकड़े करने पर कलकत्ता में अनशन

13 January, 1948

दिल्ली में सांप्रदायिक दंगों के विरोध में अनशन शुरू

16 January, 1948

गांधीजी ने कहा, ‘यदि भारत और पाकिस्तान में शांति स्थापित नहीं होती तो मैं जिंदा नहीं रहूंगा.’

18 January, 1948

मौलाना आजाद के हाथों से संतरे का जूस पीकर गांधीजी ने अनशन तोड़ा

20 January, 1948

प्रार्थना के दौरान बम विस्फोट

27 January, 1948

उन्होंने लिखा कि एक राजनीतिक बॉडी के तौर पर कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए.

30 January, 1948

गांधी की नाथूराम गोडसे ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वे नई दिल्ली के बिड़ला भवन के मैदान में प्रार्थना के लिए जा रहे थे.

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